राजस्थान के जालौर व यूपी के प्रयागराज और श्रावस्ती में आरक्षित वर्ग के छात्रों की हत्या व जुल्म से वकीलों में उबाल
राजस्थान के जालौर, यूपी के प्रयागराज और श्रावस्ती में आरक्षित वर्ग के छात्रों की हत्या व जुल्म से वकीलों के गुस्से में उबाल आ गया...
राजस्थान के जालौर, यूपी के प्रयागराज और श्रावस्ती में आरक्षित वर्ग के छात्रों की हत्या व जुल्म से वकीलों के गुस्से में उबाल आ गया। चित्रकूट मंडल मुख्यालय में एससी, एसटी, ओबीसी एवं अल्पसंख्यक वर्ग के अधिवक्ताओं ने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया और कहा कि कमजोर वर्ग के ऊपर जाति भावना से प्रेरित होकर की जा रही घटनाओं से लोगो मे असुरक्षा की भावना बढ़ी है। राजस्थान में छुआछूत को लेकर छात्र की हत्या कर दी गई।
यह भी पढ़ें - झांसी से भोपाल तक फोरलेन हाईवे बनाने की तैयारी, दोनों शहरों की दूरी 45 किमी तक होजायेगी कम
प्रयागराज में शिक्षिका ने छात्र के मुंह में डंडा डाल दिया और श्रावस्ती में फीस न देने पर छात्र की हत्या कर दी गई। इन घटनाओं की आरक्षित वर्ग के ही न्यायिक अधिकारियों से निष्पक्ष जांच करा कर दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।
मंडल मुख्यालय में एससी, एसटी ओबीसी एवं अल्पसंख्यक वर्ग के अधिवक्ताओं ने शनिवार को प्रदर्शन करके महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी को दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि राजस्थान के जालौर में 9 साल के छात्र इंद्र कुमार मेघवाल की हत्या स्कूल के प्रधानाचार्य छैलसिंह ने पीट-पीटकर कर दी। इस छात्र का कसूर था कि उसने घड़े का पानी पी लिया था।
इसी तरह प्रयागराज में मेजा रोड के उरुवा ब्लाक में स्थित प्राथमिक स्कूल में कार्यरत अध्यापिका रोशनी मिश्रा ने छुआछूत भेदभाव के चलते छात्र अंकित कुमार प्रजापति की डंडे से पिटाई की और मुंह में डंडा डाल दिया। वही श्रावस्ती जिले में भी छुआछूत के भेदभाव के चलते एक छात्र की हत्या की खबर है। कहा कि कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं को कानून विरुद्ध शिक्षित न होने देने के लिए जाति भावना से प्रेरित होकर छुआछूत भेदभाव के कारण विभिन्न प्रकार के अत्याचार की घटनाएं विभिन्न प्रदेशों में हो रही हैं।
यह भी पढ़ें - खुशखबरी : फतेहपुर से अयोध्या व चित्रकूट के लिए रोडवेज बस सेवा का शुभारंभ
यह भी पढ़ें - योगा कर रहे उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों पर पेड़ गिरा, आधा दर्जन बच्चे घायल
इसके लिए आरक्षित वर्ग के ही किसी न्यायिक अधिकारी से इन घटनाओं की जांच कराई जाए और दोषियों को फांसी की सजा दी गई। साथ ही ज्ञापन में पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा राशि देने की मांग गई है। प्रदर्शन करने वालों में राजेश कुमार वर्मा एडवोकेट, कृष्णपाल भारतीय एडवोकेट, रामराज सिंह वर्मा एडवोकेट, कमलेश भारतीय एडवोकेट, शरद कुमार वर्मा एडवोकेट, राकेश कुमार एडवोकेट, द्वारिकेश सिंह मंडेला, चरण सिंह यादव एडवोकेट, चेन सिंह एडवोकेट, गोपाल यादव, श्रीकांत यादव एडवोकेट ,रामाश्रय एडवोकेट, जय नारायण वर्मा एडवोकेट व सोनेलाल एडवोकेट आदि शामिल रहे।