मनुष्य जीवन दुर्लभ, भगवान से जुड़े रहने से होगा कल्याण : नवलेश महाराज
भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला का रसपान भागवत पीठ परिक्रमा मार्ग कामदगिरी की तलहटी मे चल रही श्रीमद्...
चित्रकूट(संवाददाता)। भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला का रसपान भागवत पीठ परिक्रमा मार्ग कामदगिरी की तलहटी मे चल रही श्रीमद् भागवत सप्ताह कथा के पंचम दिवस में भागवत रत्न आचार्य नवलेश महाराज ने श्रोताओं को कराया।
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उन्होंने बताया कि भगवान की बाल लीला पांचो तत्वों को शुद्ध करती है। पृथ्वी तत्व मिट्टी खाकर, जल तत्व काली नाग को नाथ कर, वायु तत्व को शुद्ध किया। दशम स्कंध भगवान का प्राण है। राजा परीक्षित को शुकदेव मुनि ने गिरिराज की कथा सुनाई। गिरिराज तीन भाई हैं। कमदगिरि गिरिराज और काशी में एक भाई रहते हैं। जीवन का उद्देश्य केवल घर मकान बनाना नहीं, सबकी सेवा और परमार्थ के लिए है। भागवत पीठ में सुरी माता को कथा सुनाते हुए आचार्य ने बताया कि जीवन बहुत दुर्लभ है। क्षणभंगुर है। इसलिए सब भगवान से जुड़े। इसी से कल्याण है। आरती के पश्चात प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर श्रोतागण मौजूद रहे।
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