बंदी की हत्या में दोषियों पर रिपोर्ट दर्ज न होने से परिजन नहीं कर रहे शव का अंतिम संस्कार
जिले के कोतवाली क्षेत्र के सूरजपुर गांव निवासी अनिल द्विवेदी (33) चार दिन पहले दस साल पुराने दलित उत्पीड़न के मामले में...

हमीरपुर। जिले के कोतवाली क्षेत्र के सूरजपुर गांव निवासी अनिल द्विवेदी (33) चार दिन पहले दस साल पुराने दलित उत्पीड़न के मामले में वारंट जारी होने के बाद जेल गया था। परिजन अगले ही दिन उसका हालचाल लेने भी गए थे। साढ़े छह हजार रुपये देने के बाद परिजन घर लौट आए थे। चौबीस घंटे भी नहीं बीते की जेल में अनिल की मौत होने की सूचना मिलते ही परिजनों के होश उड़ गए थे।
आनन-फानन ग्रामीणों के साथ परिजन सोमवार को हमीरपुर आए और जेल के समूचे स्टाफ पर मारपीट कर हत्या करने के आरोप लगाते हुए जेल के बाहर सड़क पर हंगामा किया। मृतक के शरीर में चोट के निशान देख परिजनों ने काफी देर तक नारेबाजी की थी। रिटायर्ड डीआईजी एवं भारतीय ब्राम्हण एकता परिषद के संस्थापक जुगुल किशोर तिवारी ने भी जेल के उच्चाधिकारियों को फोन पर घटना की जानकारी देकर कार्रवाई करने की मांग की थी। उन्होंने भी परिजनों से मिलने के बाद एलान किया पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीमकोर्ट तक लड़ाई लड़ी जाएगी।
बंदियों ने सीएम को लेटर लिख बंदी की मौत का खोला राजमृतक बंदी की पत्नी पूजा द्विवेदी ने शासन और प्रशासन को शिकायती पत्र देकर बताया कि सोमवार को जेल के बंदी रोहित यादव, शिवम तिवारी, दीपक यादव, कुंवर पाल यादव, शैलेन्द्र सिंह व अखिलेश राजपूत पेशी में जिला जेल से कचेहरी आए थे। जहां जेल में बंदी अनिल को पीट-पीटकर मार डालने की जानकारी दी। इन बंदियों ने सीएम को लेटर भी एक वकील के जरिए भेजा है, जिसमें जेल अधीक्षक, जेलर, डिप्टी जेलर, पुलिस कर्मी अनिल यादव, लम्बरदार दीपक, दिलीप व राइटर विनय सिंह को जेल में बने पीसीओ के पीछे बंदी अनिल को मारपीट कर हत्या किए जाने का जिक्र किया है।
एडीएम, एएसपी और भारी पुलिस बल ने गांव में डेरा जमायाशव का अंतिम संस्कार न करने की जिद पर अड़े परिजनों को मनाने के लिए एडीएम फाइनेंस विजय शंकर तिवारी, एएसपी मनोज गुप्ता, सीओ सदर समेत भारी पुलिस बल मौके पर डेरा डाले हैं। परिजन जेल अधीक्षक समेत पूरे स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं।
परिजनों से बातचीत करने के लिए सदर विधायक डा.मनोज प्रजापति, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील पाठक, नगर पालिका अध्यक्ष कुलदीप निषाद के अलावा अखिल भारतीय ब्राम्हण एकता परिषद के तमाम पदाधिकारियों ने भी पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए भरोसा दिया है। गांव में घटना के बाद मातम पसरा है।
हिन्दुस्थान समाचार
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