चित्रकूट में 11 मार्च से शुरू होगा पांच दिवसीय राष्ट्रीय रामायण मेला
धर्म नगरी चित्रकूट में गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय रामायण मेला महोत्सव का आगाज शिवरात्रि को 11..
धर्म नगरी चित्रकूट में गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय रामायण मेला महोत्सव का आगाज शिवरात्रि को 11 मार्च से होगा। पांच दिवसीय रामायण मेला 15 मार्च तक चलेगा, इसमें दिग्गज,संत, साहित्यकार और रामकथा मर्मज्ञ जुटेंगे। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री कर सकते हैं। इस बारे में राष्ट्रीय रामायण मेला प्रांगण में रविवार को तैयारी बैठक का आयोजन कर तमाम वक्ताओं ने कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए अपने अपने सुझाव रखें।
राष्ट्रीय रामायण मेला के 48 वें संस्करण की तैयारी बैठक में आचार्य आश्रम नयांगाव के महंत बदरी प्रपन्नाचार्य जी महराज की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मेले के सचिव प्रदुम्न दुबे लालू ने कहा कि आने वाले दो वर्ष में यह आयोजन अपने 50 साल पूरे करेगा, इसलिए हमें इसे विशेष बनाने के प्रयास पहले से करने होंगे। सोशल मीडिया में एक पेज बनाकर मेले का प्रचार प्रसार करने से न केवल देश के बल्कि विदेशों के लोग भी इससे जुड़ेंगे।
यह भी पढ़ें - बाँदा : बीएससी की छात्रा की आत्महत्या की गुत्थी और उलझी
श्रीकामतानाथ प्रमुखद्वार के संत मदनगोपालदास जी महराज ने सुझाव रखा कि यहां पर मौजूद सभी लोगों को चाहिए वह अधिक से अधिक मेले का प्रचार करें जिससे लोग अधिक संख्या मे ंआकर मेले का आनंद लें। उन्होंने कहा कि शासन ने मेले को प्रांतीय कृत बना दिया है, जबकि यह पहले से ही राष्ट्रीय है। ऐसे में हमारे मेले का गौरव गिराने की बात गलत है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में मुख्यमंत्री जी से बात की जाएगी।
पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र ने कहा कि आयोजन को शानदार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। हर व्यक्ति इसे अपने घर का आयोजन समझे, यहां पर बैठे सभी लोग जब राजनैतिक कार्यक्रम होता है तो लोगों को लेकर तय शुदा संख्या में आते हैं। ऐसा यहां पर भी करेंगे तो बढ़िया होगा।आयोजन के महामंत्री करूणा शंकर द्विवेदी ने कहा कि अभी दो महीने बाकी है। शिवरात्रि से इसकी शुरूआत होगी। उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री को लाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए आयोजन समिति के सदस्यों के साथ ही संत मंडल भी जाकर उनसे मिलेगा।
यह भी पढ़ें - बाँदा : टॉप टेन अपराधी ने पुलिस कर्मियों को पीटा, तीन गिरफ्तार
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महंत बदरी प्रपन्नाचार्य जी महराज ने कहा कि किसी भी आयोजन के लगातार 48 वर्ष तक चलना बहुत ही बड़ी बात है। शुरूआत में जब सुविधाएं बिलकुल नही थीं, तब इस तरह का आयोजन करना क्या उसके बारे में सोचना बहुत बड़ी बात है। इसके लिए अयोजन समिति के सभी सदस्य बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कटनी, जबलपुर, सतना, मैहर, लखनउ, कानपुर, इलाहाबाद, झांसी आदि शहरों में व्यापक प्रचार करने का सुझाव दिया।
वरिष्ठ अधिवक्ता केजी गुंप्ता ने सुझाव दिया कि अगला आने वाला वर्ष स्वर्णजयंती का होगा। इसके लिए वर्ष भर पहले से तैयारी करनी होगी। लोक भारती के मंडल चीफ संदीप रिछारिया ने कहा कि अगर हमें 50 वर्ष के आयोजन को शानदार बनाना है तो इसकी तैयारी के लिए हमें इसी वर्ष कम से कम 50 देशों के राजदूतों को निमंत्रण देना चाहिए।
यह भी पढ़ें - बाँदा : भूरागढ़ दुर्ग एवं नटबली बाबा मेला एवं महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया
भाजपा नेता पंकज अग्रवाल, बृजेंद्र शुक्ला,श्याम गुप्ता आदि ने आयोजन को सफल बनाने के लिए अपने विचार व्यक्त किए। कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कुूमार करवरिया, सभासद जागेश्वर यादव, शैलेन्द्र करवरिया, मनोज मोहन गर्ग, राजेंद्र कुमार त्रिपाठी, राजाबाबू पांडेय, बुंदेलखंड न्यूज के प्रधान संपादक सचिन चतुर्वेदी, शिव मंगल प्रसाद मिश्र, सभासद सुशील श्रीवास्तव, डा0 धनश्याम अवस्थी, देवी दयाल यादव, पवन करवरिया, मुहम्मद यूसुफ, अफसर उल्ला, चंद्रशेखर मिश्र, अनूप गुप्ता आदि बैटक में मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें - बाँदा : जयंती पर याद किए गए शिक्षाविद् डा.प्रेमप्रकाश शुक्ला