किसान नेता ने मुख्यमंत्री पर किया हमला, इन्हें कुर्सी के लिए गाय चाहिए, सेवा के लिए नहीं
किसान नेता चौधरी मनवीर सिंह तेवतिया ने मुख्यमंत्री योगी पर हमला करते हुए कहा कि इन्हें कुर्सी के लिए गाय चाहिए, सेवा के लिए नहीं, जिस गौ माता की..
किसान नेता चौधरी मनवीर सिंह तेवतिया ने मुख्यमंत्री योगी पर हमला करते हुए कहा कि इन्हें कुर्सी के लिए गाय चाहिए, सेवा के लिए नहीं, जिस गौ माता की पूजा की जाती है जिसके नाम पर नफरत की आंधी फैलाई गई है। उसी को यहां जिंदा दफनाया जा रहा है।
श्री तेवतिया यहां मजदूर किसान स्वाभिमान आंदोलन में भाग लेने आए थे।उन्होंने कहा कि दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बाद सिर्फ किसानों के नाम पर राजनीति की जाती है। यहां किसी भी नेता को एमएसपी के बारे में पता नहीं है। किसी नेता से पूछ लिया जाए की एमएसपी कैसे निकाली जाती है तो कोई जवाब नहीं दे पाता है।
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किसान नेता ने कहा कि इस समय मजदूर किसानों के सामने पेट का सवाल है लेकिन सरकार धर्म की राजनीति कर रही है। ऐसे व्यक्ति को कुर्सी में बैठाया गया है जिन्हें किसानों से क्या लेना देना, 1986 के बाद से मजदूरों की मजदूरी नही बढ़ाई गई है। पशु कम हो रहे हैं आबादी बढ़ रही है इसके बाद भी दूध कहां से आ रहा है। जब पशु नहीं है तो दूध कहां से पैदा होगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि जो भी दूध बिक रहा है वह दूध नकली है। किसान नेता ने कहा कि हम किसानों मजदूरों को जगाने आए हैं कि इन बहरूपिया को पहचान लो यह मजदूर किसानों के हक छीन रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम कभी भी देश में कांट्रैक्ट फार्मिंग नहीं आने देंगे। किसान नेता ने यह भी कहा कि अब सरकार से यह मांग करना चाहिए कि श्रमिक और श्रमिकों की मजदूरी को कानूनी रूप से मान्यता दी जाये।
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इसी तरह बुंदेलखंड आजाद सेना के अध्यक्ष प्रमोद आजाद ने बुंदेलखंड से मजदूरों के पलायन के लिए सरकार को दोषी माना। उन्होंने भाजपा के नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि पार्टी की नेता उमा भारती ने प्रधानमंत्री की जनसभा में घोषणा की थी कि बुंदेलखंड को अलग राज बनाया जाएगा लेकिन आज इस मामले में सभी नेता साधे हैं।
उन्होंने कहा कि कठार पंप कैनाल के लिए हम बरसों से संघर्ष कर रहे हैं लेकिन सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इन सरकारों के कारण बरगढ़ क्लास फैक्ट्री और कताई मिल बंद पड़ी है। प्रमोद आजाद ने केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति द्वारा बुंदेलखंड में किसानों द्वारा आत्महत्या न करने का दावा करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह साधु सन्यासी हैं उन्हें किसानों के दर्द से क्या लेना देना। उन्हें तो मठ मंदिरों में बैठकर पूजा अर्चना करना चाहिए।
इसी तरह इस आंदोलन में शामिल राजेश राष्ट्रवादी जो नरैनी क्षेत्र में गौ हत्या के दोषियों को सजा देने की मांग को लेकर कई दिनों से अनशन पर बैठे हैं ने कहा कि नरैनी में जिस तरह से जिंदा गायों को दफन किया गया है। उसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। आंदोलन के दौरान किसान नेता दलसिंह सिंगार, रमेश चंद्र कुरील पूर्व जिला पंचायत सदस्य, बुंदेलखंड आजाद सेना के अध्यक्ष प्रमोद आजाद इत्यादि मौजूद रहे।
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