यूक्रेन में नौनिहालो की सलामती को लेकर परिवारों की बढी चिन्ता
विगत दिनों रूस और यूक्रेन के मध्य शुरू हुआ युद्ध जहाँ देश विदेश में एक नई क्रांति का प्रभाव लेकर आया है वहीं हिंदुस्तान के भी कुछ परिवारों..
महोबा,
विगत दिनों रूस और यूक्रेन के मध्य शुरू हुआ युद्ध जहाँ देश विदेश में एक नई क्रांति का प्रभाव लेकर आया है वहीं हिंदुस्तान के भी कुछ परिवारों को अपने अपने नौनिहालो की सलामती को लेकर लगातार चिंतित किये हुये है । उन सभी परिवारों के सदस्यों के चेहरों पर लगातार भय दिखाई दे रहा है जिनके घर के चिराग यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
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एक तरफ रूसी सेना द्वारा लगातार यूक्रेन पर आक्रमण किया जा रहा हैं। दूसरी तरफ बच्चों की सलामती के लिये यहाँ दुआओं का दौर जारी है ।यूक्रेन के बंकर में चार दिन से रह रहे जिले के पनवाड़ी निवासी राज द्विवेदी ने मीडिया से अपना दर्द बयां किया। राज ने कहां की यूक्रेन में हालात बेहद गंभीर होते जा रहे हैं। चार दिन से वह अपने हैदराबाद निवासी एक मित्र के साथ ब्रेड एवं चिप्स खाकर रह रहे है।रात में भय के कारण नींद भी नहीं आ रही है।
अलर्ट सायरन बजते ही मन भयभीत हो जाता है। कि रूसी सेना बंकर में अटैक ना कर दे। जिस बंकर की छमता 100 व्यक्तियों की है उसमें लगभग 300 छात्र-छात्राएं रह रहे हैं। लगातार यही डर लगा रहता है कि कहीं कोई अनहोनी ना हो जाए। बच्चों ने आगे बताया कि सरकार द्वारा जारी कंट्रोल रूम के नंबर पर उन्होंने बात करके अपनी सारी डिटेल भेज दी है। राज ने भारत सरकार पर पूर्ण विश्वास जताते हुए कहा है कि सरकार उन्हें एवं उनके साथियों को सुरक्षित अपने देश ले आएगी।
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जनपद महोबा के पनवाड़ी निवासी राज द्विवेदी की सलामती के लिए कस्बावासी एवं राज की मां अखिलेश द्विवेदी अपने पूरे परिवार सहित बेटे की सुरक्षित घर वापसी के लिए प्रार्थना कर रही हैं। बही छोटा भाई विशाल अपने बड़े भाई की सलामती के लिए व्रत रखे हुए हैं। राज के मित्रों का कहना है कि राज बेहद मधुर एवं सज्जन स्वभाव का हैं।
हमसब यही चाहते हैं कि वह शीघ्र ही अपने घर आ जाए। राज की तरह मध्य प्रदेश के छतरपुर जनपद के तीन छात्र भी मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गये थे, यह छात्र भी राज के साथ मौजूद है, और उनके परिवार वालों को भी चिंता सता रही है। छात्र, छात्राओं के परिवार वालों ने देश के प्रधानमंत्री से उनके पुत्र और पुत्रियों को सकुशल भारत वापसी की मांग की है।
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