सर्पदंश से जनहानि को रोकने को जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल बताये ये उपाय
बांदा,जिलाधिकारी श्रीमती दुर्गा शक्ति नागपाल ने जिले में सर्पदंश की बढती घटनाओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुए जनहानि को रोकने व बचाव...
जिलाधिकारी श्रीमती दुर्गा शक्ति नागपाल ने जिले में सर्पदंश की बढती घटनाओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुए जनहानि को रोकने व बचाव के लिए जनजागरूकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिये हैं।
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जिलाधिकारी ने बताया है कि वर्षों के मौसम में जल जनित बीमारियों के साथ-साथ सर्पदशं की घटनायें अधितर होती हैं। सर्पदंश की घटनाओं से लोंगो के जीवन के बचाव हेतु जनजागरूकता आवश्यक है। चिकित्सकों के अनुसार सर्पदंश के प्रमुख लक्षण हैं कि सर्पदंश वाले स्थान में तेज दर्द होना एवं सूजन आना, उल्टी महसूस होना तथा सॉस लेने में तकलीफ होने के साथ आँखों में धुंधलापन छाना आदि प्रमुख लक्षण हैं। उन्होंने सर्पदंश सुरक्षा सप्ताह के अन्तर्गत सर्पदंश की घटनाओं में जनजागरूकता लाये जाने के अन्तर्गत सर्पदंश की स्थिति में क्या करें? क्या न करें? जिससे कि लोंगो का जीवन बच सके का व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिये हैं।
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जिलाधिकारी ने सर्पदंश की घटनाओं में जनहानि को रोकने व बचाव के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अपने आधीनस्थ प्रत्येक चिकित्सा केन्द्र में पर्याप्त मात्रा में एन्टी स्केल वेनम व अन्य जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता रखने के निर्देश दिये हैं। सर्पदंश की स्थिति होने पर व्यक्ति को स्थिर और शान्त अवस्था में रखना चाहिए, घाव को गर्म पानी से साफ करें, सर्पदंश वाले भाग को सूखे कपडे से ढक दें और पीडित को जितनी जल्दी हो सके निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज हेतु ले जायें। शरीर के प्रभावित हिस्से से अंगूठियां, घडी, जूते व तंग कपडे आदि हटा दें तथा सर्पदंश वाले अंग को न मोडे, सर्पदंश वाले भाग में पटटी न बाधे तथा तत्काल चिकित्सीय सहायता प्राप्त करें।