डिजिटल मीडिया से बुंदेली पर्यटन का विकास संभव : सांसद अनुराग शर्मा

सोमवार बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के गाँधी सभागार में विगत एक सप्ताह से चल रहे विश्व पर्यटन दिवस महोत्सव के समापन एवं पुरस्कार..

डिजिटल मीडिया से बुंदेली पर्यटन का विकास संभव : सांसद अनुराग शर्मा
डिजिटल मीडिया से बुंदेली पर्यटन का विकास संभव..

विश्व पर्यटन दिवस समारोह का बुन्देली भोज के साथ हुआ समापन

सोमवार बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के गाँधी सभागार में विगत एक सप्ताह से चल रहे विश्व पर्यटन दिवस महोत्सव के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सांसद अनुराग शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि पर्यटन का मुख्य उद्देश्य सिर्फ किसी राज्य अथवा स्थान के स्थलों को देखना व फोटोग्राफी ही नही अपितु वहां की गतिविधियों, खान-पान व परंपराओं का अनुभव प्राप्त करना और अन्वेषण करना होना चाहिये।

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बुन्देलखण्ड में पर्यटन उद्योग को व्यवस्थित रूप से बढ़ाने की आवश्यकता है क्योंकि पर्यटन गतिविधियां अन्य उद्योगों में भी लगभग पांच गुना आर्थिक वृद्धि करती हैं। विद्यार्थियों को इंटरनेट तकनीकी का उपयोग करते हुये बुंदेलखंड के ऐसे ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को ब्लॉग, वीडियो, फोटोग्राफी के माध्यम से प्रचारित व प्रसारित करना चाहिये। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र में एडवेंचर टूरिज्म, वाटर स्पॉट, आर्गेनिक टूरिज्म व हेरिटेज टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं।

विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित जिलाधिकारी झांसी आंद्रा वामसी ने छात्रों से संवाद करते हुये बताया कि हमें बुंदेलखंड के विलुप्त हो रहे पुरातात्विक स्थलों को संरक्षित करने की आवश्यकता है। ये जिम्मेदारी युवा पीढ़ी को संभालनी चाहिए। विशिष्ट अतिथि रहे युवा उद्यमी शांतनु अग्रवाल ने कहा कि पर्यटन को प्राथमिकता में रखकर कार्य करने की आवश्यकता है।

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अध्यक्षीय उदबोधन में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जे वी वैशम्पायन ने बताया कि देशाटन में विविधता का समायोजन है पर्यटन, पहले धार्मिक यात्राओं के लिए लोग देशभर में भ्रमण करते थे, किंतु अब एडवेंचर गतिविधियों, खेल-कूद व शिक्षा सहित अपने जीवन मे विविधता के अनुभव के लिए लोगों ने यात्रा प्रारंभ की है, और ये नये पर्यटन उद्योग के रूप में स्थापित हुआ है। पर्यटन क्षेत्र ही इस महामारी में सबसे अधिक प्रभावित हुआ है किंतु सबसे तेजी से विकसित भी यही क्षेत्र होगा।

कार्यक्रम के शुरुआत में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए आईटीएचएम के निदेशक प्रो प्रतीक अग्रवाल ने बताया कि संस्थान गत 20 वर्षों से विश्व पर्यटन दिवस महोत्सव का आयोजन करता आ रहा है और अब "बुंदेली खाना पर्यटन का खजाना" थीम पर कार्य करते हुऐ बुंदेलखंड आने वाले पर्यटकों को बुंदेली व्यंजनों से रूबरू कराने की दिशा में कार्य करेगा।कार्यक्रम समन्वयक डॉ संजय निभोरिआ ने विगत एक सप्ताह में आयोजित कार्यक्रमों का विस्तृत वृत्त रखा |

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सभी प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों की घोषणा आयोजन सचिव डॉ महेंद्र सिंह ने की। जिसमे बुंदेली व्यंजन प्रतियोगिता में प्रथम पुरुस्कार विजेता वीरांगना नगर निवासी श्रीमती रचना जैन और सुरेन्द्र कुमार जैन रहे। द्वितीत पुरुस्कार मिस पूजा चौहान और मिस आकांक्षा यादव को मिला एवं तृतीय पुरुस्कार श्रीमती निधि अग्रवाल और मिस मान्य अग्रवाल को दिया गया।

रंगोली प्रतियोगिता में हुमएरा रायीन को प्रथम, रश्मि आर्य को द्वितीय एवं अर्पिता श्रीवास्तव को तृतीय पुरुस्कार प्राप्त हुआ। चित्रकला प्रतियोगिता मे मेघना कुशवाहा प्रथम, ऋषि धूसिया द्वितीय एवं रश्मि कुशवाहा तृतीय स्थान पर रहे।

समापन समारोह के उपरांत बुन्देली खाना-पर्यटन का खजाना विषय आधारित बुन्देली भोज का आयोजन किया गया जिसमे सभी अतिथियों को लगभग 20 प्रकार के बुन्देली व्यंजन परोसे गए। सभी अतिथितियों ने इस प्रकार के आयोजन को बहुत सराहा एवं बुन्देली व्यंजनो के स्वाद का आनंद लिया।

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हि.स

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