झांसी के दो अधिकारियों की बातचीत सोशल मीडिया पर वाॅयरल
दरोगा का निवेदन और अधिकारी की झुंझलाहट स्पष्ट सुनाई दे रही है। यहां तक कि गुस्से में तमतमाए अधिकारी ने यहां तक कह दिया...
वीरांगना नगरी झांसी ऑडियो वीडियो मामले में अक्सर चर्चाओं में बनी रहती है। बीते दिनों चिकित्सा मंत्री से लेकर मुख्य सचिव तक चिकित्सकों को मानवता का पाठ पढ़ाकर गए हैं। मुख्य सचिव को तो जिला छोड़े हुए महज 24 घंटे ही गुजरे हैं कि इसी दौरान रविवार को दोपहर से एक ऑडियो खूब वाॅयरल हो रहा है। ऑडियो में दरोगा का निवेदन और अधिकारी की झुंझलाहट स्पष्ट सुनाई दे रही है। यहां तक कि गुस्से में तमतमाए अधिकारी ने यहां तक कह दिया कि माॅर्चरी के लिए चिकित्सक का कोई समय नहीं होता है।
यह भी पढ़ें : झांसी की बिजौली झील बनेगी पर्यटक स्थल
पोस्टमार्टम के लिए माॅर्चरी में नहीं होता कोई समय
ऑडियो में गुरसरांय थाना क्षेत्र का एक दरोगा अपना परिचय देते हुए जिले के एक अधिकारी को फोन लगाता है। उसमें अधिकारी को वह जयहिंद बोलते हुए बताता है कि मऊरानीपुर स्वास्थ केन्द्र पर वह खड़ा है। उसके साथ फोरेंसिक टीम भी खड़ी है। वह बताता है कि बीते रोज गोली मारकर आत्महत्या करने वाले युवक की बाॅडी की सील खोलनी है। परन्तु यहां न तो कोई डाॅक्टर है और न ही कोई अटेंडेंट। इसके लिए वह अधिकारी से कहता है कि आप एक फोन लगाकर कह दीजिए। इस पर जिले के अधिकारी उस पर भड़क जाते हैं। कहते हैं कि वह वहां अस्पताल में जाकर पता करे। वह वहां से फोन नहीं कर सकते हैं। जब दरोगा ने उनसे पूछा कि पोस्टमार्टम करने के लिए चिकित्सकों के आने का समय क्या होता है। इस पर झुंझलाते हुए उक्त अधिकारी उसे कहते सुनाई दे रहे हैं कि पोस्टमार्टम के लिए कोई टाईम नहीं होता।
यह भी पढ़ें : झांसी के SSP को जब पुलिस ने किया सलाखों के पीछे !?
इस संबंध में जब पुलिस का पक्ष लेने का प्रयास करते हुए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राहुल मिठास से जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले में अभी कोई जानकारी नहीं है।
(हिन्दुस्थान समाचार)