दमोह में नए साल का स्वागत कुछ अलग अंदाज़ में, साल का पहला दिन गरीबों संग मनाया जश्न
जहां अधिकांश लोग नए साल का स्वागत पार्टी या पिकनिक से करते हैं, वहीं दमोह की दरिद्रनारायण भोज संस्था ने इसे अलग...
दमोह। जहां अधिकांश लोग नए साल का स्वागत पार्टी या पिकनिक से करते हैं, वहीं दमोह की दरिद्रनारायण भोज संस्था ने इसे अलग अंदाज में मनाने की परंपरा कायम रखी है। बीते 25 वर्षों से यह संस्था नए साल का जश्न गरीब, निराश्रित, विधवा महिलाओं और कमजोर वर्ग के बीच खुशियां बांटकर करती आ रही है।
ठंड में गर्म भोजन और कंबल वितरित
संस्था के सदस्य हर साल 1 जनवरी को नगर के चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर घूमने वाले बेसहारा लोगों, यतीम बच्चों और जरूरतमंद महिलाओं के लिए विशेष आयोजन करते हैं। इस दिन ठंड से जूझते लोगों को पहले गर्म भोजन परोसा जाता है। इसके बाद जरूरतमंदों के बीच गर्म कपड़े और कंबल वितरित किए जाते हैं।
गरीबों के चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयास
संस्था के अजय नामदेव और अरुण टंडन ने बताया कि यह परंपरा 25 वर्षों से जन सहयोग से जारी है। हर साल नए साल की शुरुआत उन लोगों के साथ की जाती है, जिनके पास साधन नहीं हैं। यह आयोजन न केवल ठंड से राहत दिलाने का माध्यम है, बल्कि गरीबों के मुरझाए चेहरों पर मुस्कान लाने की कोशिश भी है।
शहरवासियों से अपील
दरिद्रनारायण भोज संस्था ने नगर के सभी नागरिकों से अपील की है कि इस सेवा कार्य में वे भी अपना योगदान दें, ताकि समाज के हर वर्ग के लोग नए साल का जश्न मना सकें।
“खुशियां बांटने से बढ़ती हैं, और यही हमारे नए साल की शुरुआत का उद्देश्य है।”
दमोह से इम्तियाज़ चिश्ती...