धनुष टूटते ही जयकारो से गूंजा रामलीला पंडाल
तहसील क्षेत्र के ऐचवारा गांव में गार्गेय रामलीला समिति की ओर से धनुष यज्ञ लीला का मंचन हुआ...

चित्रकूट। तहसील क्षेत्र के ऐचवारा गांव में गार्गेय रामलीला समिति की ओर से धनुष यज्ञ लीला का मंचन हुआ। भगवान राम के धनुष तोड़ते ही पूरा पंडाल जयकारों से गूंज उठा। प्रभु राम और माता जानकी की भूमिका निभा रहे छोटे-छोटे बच्चों ने दर्शकों का मन मोह लिया। यहां पर पिछले 48 साल पहले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित रामशरण गर्ग ने समिति का गठन कर रामलीला मंचन की शुरुआत की थी।
धनुष यज्ञ लीला का शुभारंभ राम दरबार की आरती से हुई। एसपी अरुण कुमार सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव, पूर्व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रंजना उपाध्याय, सहकारी बैंक अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश तिवारी, मानिकपुर ब्लाक प्रमुख अरविंद मिश्र, कैलाश रलिहा, एसडीएम मो जसीम, एआरटीओ दीप्ति त्रिपाठी, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष दिव्या त्रिपाठी, डा सुरेन्द्र अग्रवाल ने शुभारंभ किया। इसके बाद धनुष यज्ञ लीला का मंचन किया गया। गार्गेय परिवार के छोटे-छोटे बच्चों समेत बाहर से आए कलाकारों ने लीला का मंचन कर मन मोह लिया। एसपी ने भगवान राम के चरित्र का बखान करते हुए कहा कि भगवान राम अकेले मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम नहीं बने। इसमें राजा दशरथ के चारों पुत्रों व बहुओं के त्याग, तपस्या व आपसी प्रेम की मिशाल दी। कहा कि इसका सभी को अनुशरण करना चाहिए। रामलीला का मंचन देख ठहाका लगाकर समय पास नहीं करना चाहिए। रामलीला के व्यवस्थापक प्रधान संघ जिलाध्यक्ष सुनील शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत किया। लीला मंचन में अभयराज शुक्ल ने राम, लक्ष्मण सोमदत्त शुक्ल, सीता अमोल शुक्ल, विश्वामिल धीरज शुक्ल, सतानंद बुद्धविलास शुक्ल, जनक आदित्य शुक्ल, रावण अखिलेश शुक्ल, वाणासुर वेदप्रकाश शुक्ल, साधु राजा उज्जवल शुक्ल व दुष्ट राजा की भूमिका सक्षम शुक्ल ने निभाई। पेटल राजा की भूमिका निभाते हुए लेखपाल भास्कर शुक्ल के हास्य-व्यंग्य सुनकर श्रोता गदगद हो गए। संगीत के माध्यम से बीसीए की छात्रा पुष्पांजलि शुक्ला ने टीम के साथ भूमिका निभाई। सभी कलाकारों को समिति की ओर से सम्मानित किया गया। इस दौरान श्रीनिवास शुक्ला, पूर्व प्रधान नन्द किशोर तिवारी, त्रिवेणी प्रसाद शुक्ल, संगमलाल शुक्ला, रमाशंकर द्विवेदी, पंडित रामकिशोर मिश्रा, प्रहलाद शुक्ला, सोहनलाल गर्ग, अरुणोदय प्रसाद त्रिपाठी, रामसूरत शुक्ला, आदित्य उपाध्याय, अनुसूया तिवारी, वेद तिवारी, रामस्वरूप मिश्रा, अमृतलाल जायसवाल, सोनू तिवारी, सोनू शुक्ला, पंडित रामनारायण शुक्ला, रामस्वरूप यादव, विशाल उपाध्याय, भोलू पाल आदि लोग मौजूद रहे। मंच का संचालन वेदप्रकाश शुक्ला ने किया।
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