बीमा के लाभ को रची साजिश, नशेड़ी को बनाया था शिकार
करीब दो करोड़ के बीमा की रकम डकारने को लेकर खुद को षड़यंत्र रच मृत घोषित करने को अपने वाहन में आग...

कार में आग लगने व जले शव के अवशेष मिलने की घटना का पुलिस ने किया पर्दाफाश
खुद को मृत दर्शाने वाला षड़यंत्रकारी व योजना में शामिल पत्नी गिरफ्तार
चित्रकूट। करीब दो करोड़ के बीमा की रकम डकारने को लेकर खुद को षड़यंत्र रच मृत घोषित करने को अपने वाहन में आग लगाकर एक व्यक्ति की हत्या कर गायब हो गया। पुलिस ने मामले की पड़ताल के बाद षड़यंत्रकारी को पत्नी के साथ गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया है।
मंगलवार को एसपी कार्यालय स्थित राघव प्रेक्षागार में पत्रकारो से रूबरू हुए एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि 30 जून को राजापुर थाना क्षेत्र के सिकरी अमान गांव के पास सड़क पर कार में आग लग गई थी। जिसमें मौके पर पुलिस व दमकल टीम ने आग पर काबू पाया। घटना में एक व्यक्ति की जलकर मौत हो गई थी। घटना के खुलासे को एएसपी सत्यपपाल सिंह के पर्यवेक्षण व राजापुर सीओ जयकरन सिंह, यातायात सीओ फहद अली के नेतृत्व में एसओजली व थाना पुलिस की टीम गठित किया। बताया गया कि रींवा जिले के जवा थाना अंतर्गत कनपुरा निवासी सुनील सिंह पुत्र अवधबिहारी की पत्नी हेमा ने पति के मृत होने की बात बताई थी। वाहन में चूड़िया मिलने पर पत्नी ने ब्यूटी पार्लर का कार्य करना बताया था। एसपी ने बताया कि शव के अवशेष के डीएनए जांच को भेजा गया। पुलिस टीम लगातार सुरागरसी करती रही। मुखबिर की सूचना पर पता चला कि सुनील सिंह अपने साढ़ू के यहां रैपुरा थाना क्षेत्र के आनंदपुर की तरफ जा रहा है। इस पर एसओजी व थाना राजापुर पुलिस टीम ने सुनील को हिरासत में लेकर पूछताछ किया। इस पर सुनील ने बताया कि हार्वेस्टर खरीदा था और पत्नी को ब्यूटी पार्लर का काम कर्ज लेकर शुरू कराया था। जिसकी किश्त अदा न कर पाने से परेशान होकर बीमा की रकम निकालने को उसने खुद को मृत दर्शाने का षड़यंत्र रचा। वर्ष 2024 में दो करोड़ रुपए का इंश्योरेंस कराया था। योजना के तहत उसने रींवा जिले के सामान नाका नेहरू नगर वार्ड नंबर 14 के विनय चौहान पुत्र शंभू चौहान को साथ लेकर आया और उसे शराब पिलाना शुरू कर दिया। 29 जून को शराब पिलाने के बाद कार में बैठाया। छोटा सिलेंडर व हार्वेस्टर का छोटा टायर, स्प्रे व कपूर आदि रख लिया। बारिश होने व खाली जगह न मिलने पर अमान गांव के पास पहुंचते ही विनय को नशा होने पर उसके शरीर में कपूर डाल दिया और गैस सिलेंडर खोल दिया। इसके बाद आग लगाकर वहां से भाग गया। इलाहाबाद के समीप ढाबा में दो-तीन दिन रुका रहा। एसपी ने बताया कि योजना में शामिल होने पर पत्नी हेमा को भी गिरफ्तार किया है। घटना का खुलासा करने वाली टीम को एसपी ने दस हजार रुपए नकद पुरस्कार प्रदान किया है। टीम में राजापुर थानाध्यक्ष प्रवीण सिंह, दरोगा कन्हैयाबक्श सिंह, आरक्षी प्रकाश मिश्रा, लवकुश यादव, महिला आरक्षी दीक्षा यादव, दीपा कुमारी, एसओजी के प्रभारी निरीक्षक एमपी त्रिपाठी, मुख्य आरक्षी जितेन्द्र कुमार, नितेश समाधिया, आरक्षी रोहित सिंह, ज्ञानेश मिश्रा, रोशन, राघवेन्द्र, गोलू भार्गव, आशीष यादव रहे।
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