स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और जागरूकता ही एचआईवी नियंत्रण की कुंजी : डॉ. तनुषा
आज संयुक्त जिला चिकित्सालय चित्रकूट में दान उत्सव कार्यक्रम एएनपी प्लस चित्रकूट में बड़े ही उत्साहपूर्वक मनाया गया...

चआईवी जागरूकता एवं पॉजिटिव लिविंग पर दी गई जानकारी
दान उत्सव प्रोग्राम एएनपी प्लस संयुक्त जिला चिकित्सालय में मनाया गया
चित्रकूट। आज संयुक्त जिला चिकित्सालय चित्रकूट में दान उत्सव कार्यक्रम एएनपी प्लस चित्रकूट में बड़े ही उत्साहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन जिला चिकित्सालय के एआरटी सेंटर के तत्वावधान में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं कृ विकास पथ सेवा संस्थान, सामाजिक विकास संस्थान एवं अन्य के सहयोग से किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ. तनुषा टी.आर ने कहा कि “स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और जागरूकता ही एचआईवी नियंत्रण की कुंजी है। इस दिशा में चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी और सामाजिक संस्थाएं मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।” वही डॉ टीआर ने मरीजों से बात कर उत्साह वर्धन भी किया और जानकारी देकर लाभान्वित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शैलेंद्र कुमार ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में एनआरसी प्रभारी डॉ. तनुषा टी.आर. उपस्थित रहीं। इस अवसर पर वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. ऋषि कुमार , मनोचिकित्सक डॉ. नरेंद्र पटेल, चिकित्सक डॉ. मनोज, चिकित्सा अधिकारी डॉ कुलदीप एआरटी सेंटर प्रभारी रविशंकर मिश्रा, स्टाफ नर्स उर्मिला गर्ग, राखी शुक्ला पीपीटीसीटी काउंसलर, अशोक गुप्ता, लैब टेक्नीशियन विनोद कुमार, साइकाइट्रिक संजय कुमार, लेबर रूम प्रभारी नम्रता कटियार सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी एवं अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने एचआईवी संक्रमण, उसके कारण, रोकथाम एवं “पॉजिटिव लिविंग” की अवधारणा पर विस्तार से जानकारी दी। वक्ताओं ने बताया कि एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति भी सही दवा, नियमित जांच और सकारात्मक सोच से पूर्ण स्वस्थ जीवन जी सकता है।
कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र कुमार ने कहा स्वयं सेवी संस्थाओं कि सराहना करते हुए कहा कि “दान उत्सव का उद्देश्य समाज में सहयोग और संवेदनशीलता की भावना को जागृत करना है। एचआईवी से ग्रसित व्यक्तियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर विकास पथ सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. प्रभाकर सिंह ने अपने प्रेरक वक्तव्य में कहा दान उत्सव सिर्फ वस्तु या धन का दान नहीं, बल्कि ज्ञान, संवेदना और समय का दान भी है। एचआईवी जैसे विषयों पर समाज को खुलकर बात करनी चाहिए ताकि भय और भेदभाव खत्म हो सके। हम सबका दायित्व है कि हम इन रोगियों को सम्मान और सहयोग दें। समाज तभी स्वस्थ होगा जब उसका दृष्टिकोण सकारात्मक होगा।
कार्यक्रम में विकास पथ सेवा संस्थान द्वारा उपस्थित सभी प्रतिभागियों को फ्रूट जूस वितरित किया गया, वहीं सामाजिक विकास संस्थान द्वारा महिलाओं को अंगवस्त्र (साल) भेंट कर उत्साहवर्धन किया गया।
इस अवसर पर लेबर रूम प्रभारी नम्रता कटियार सहित सभी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने भी फल बच्चों के खिलौने, बिस्किट, शिक्षण सामग्री, पानी बोतल, टिफिन ,सेवा भारती के राजकिशोर शिवहरे आदि एवं सहयोगी संस्थाओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।
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