मुख्यमंत्री योगी ने दो मंत्रियों को घटनास्थल पहुंच कर मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने के निर्देश दिए
बांदा जनपद में गुरुवार को हुई नाव दुर्घटना में अब तक 4 लोगों के शव निकाल लिए गए हैं जबकि अभी भी प्रशासन के मुताबिक...
बांदा जनपद में गुरुवार को हुई नाव दुर्घटना में अब तक 4 लोगों के शव निकाल लिए गए हैं जबकि अभी भी प्रशासन के मुताबिक 17 लोग लापता है। जबकि नाव में सवार लोगों के मुताबिक लापता लोगों की संख्या 30 से अधिक है। रात भर सर्च ऑपरेशन चलता रहा। 30 सदस्यीय एनडीआरएफ और एसटीआरपफ टीम भी नदी में डूबे लोगों के शवों को ढूंढने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
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इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो मंत्रियों को मौके पर पहुंचकर मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद और राकेश सचान को घटनास्थल मरका गांव पहुंचने के निर्देश देते हुए कहा है कि मृतकों के परिजनों से मिलने के बाद उन्हें चार चार लाख की सहायता राशि दी जाए।
बताते चले कि प्रशासन के मुताबिक 30 वर्षीय माया, 26 वर्षीय पिन्टू, छह वर्षीय महेश, तीन वर्षीय संगीता, 15 वर्षीय जयेंद्र पुत्र प्रेमचंद्र, 15 वर्षीय करन पुत्र रिज्जू, सात वर्षीय आयश कुमार, 48 वर्षीय फुलवा और 50 वर्षीय मुन्ना के डूबने की पुष्टि हुई है।
जनपद केन व यमुना नदी पार कर सैकड़ों लोग आते जाते हैं। 1995 में इसी मर्का क्षेत्र में यमुना नदी पर नाव पलटने से छह लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 2019 में खप्टियां में केन नदी में नाव पलटने से पांच लोग डूब गए थे, जिसमें नाविक सहित दो लोगों को बचा लिया गया था, तीन की मौत हो गई थी। इसके बाद भी नाव पलटने की कई छोटी छोटी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अफसरों ने कोई सबक नहीं लिया।
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