प्रिया मसाले के बृजेश त्रिपाठी ने डिप्टी सीएम को किया फोन और फिर इस युवक को मिली नई जिंदगी

सड़क दुर्घटना में घायल हुए युवक के इलाज में पिता ने लाखों रुपए खर्च कर दिए। प्राइवेट अस्पताल बेटे का एक पर भी काट दिया गया। जब इलाज के लिए पैसे नहीं बचे तो प्राइवेट अस्पताल...

प्रिया मसाले के बृजेश त्रिपाठी ने डिप्टी सीएम को किया फोन और फिर इस युवक को मिली नई जिंदगी

सड़क दुर्घटना में घायल हुए युवक के इलाज में पिता ने लाखों रुपए खर्च कर दिए। प्राइवेट अस्पताल बेटे का एक पैर भी काट दिया गया। जब इलाज के लिए पैसे नहीं बचे तो प्राइवेट अस्पताल ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। पिता हताश होकर बेटे को घर ले आया उसके पैर में सड़न होने लगी। तभी इस बात की जानकारी मिलते ही प्रिया मसाले के डायरेक्टर बृजेश त्रिपाठी ने डिप्टी सीएम को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी। इससे मरीज अभिषेक राजपूत का इलाज होने लगा। इलाज के बाद उसे नई जिंदगी मिली। इसके लिए बृजेश त्रिपाठी की मुक्त कंठ से प्रशंसा की जा रही है ।

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पिछले दिनों चित्रकूट के भरतकूप मे अभिषेक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया था। उसके दोनों पैर मे गंभीर चोट आई थी। इलाज के लिए जिला अस्पताल चित्रकूट आया किन्तु प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया। सीएमएस डा. सुधीर शर्मा बताते हैं कि एंबुलेंस द्वारा मेडिकल कॉलेज प्रयागराज को रेफर किया गया जहां उसका इलाज मुफ्त मे ही होता। अभिषेक के परिजन उसे स्वरूपरानी अस्पताल ले गए किन्तु यहां उसे एडमिट नही किया गया तो ये लोग बीएचयू बनारस पहुंच गए। बनारस मे बेड नही मिल सके तो फिर लौटकर प्रयागराज आए और एक प्राइवेट अस्पताल मे इलाज कराने लगे। जहां अभिषेक राजपूत का लेफ्ट लेग काट दिया गया। परिवार ने कर्ज लेकर करीब 5 से 6 लाख रुपए खर्च कर दिए। जब पैसा खत्म हो गया तब उस अस्पताल ने भी इलाज करने से मना कर दिया। फर्क साफ है कि निजी अस्पताल मे इंसानियत नाम की चीज नही रह गई। 

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 तब पिता संतोष राजपूत पुत्र को लेकर घर आ गए। अब कहीं से कोई बंदोबस्त नही था। उन्होंने सोचा अब जिएगा या मरेगा क्या किया जाएगा जबकि अभिषेक के कटे हुए पैर मे पुनः सड़न पैदा होने लगी। इस दौरान प्रिया मसाले की फैक्ट्री मे कर्मचारी इस गंभीर विषय पर चर्चा कर रहे थे। जिसे डायरेक्टर बृजेश त्रिपाठी ने सुना तो पड़ताल करने लगे। उन्होंने कहा कि मैंने एक्सीडेंट की बात तो सुन रखी थी पर मामला इतना गंभीर है यह अंदाजा नही था। उन्हाने पिता संतोष राजपूत से मिलकर केस हिस्ट्री समझी और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से फोन पर बात कर इस मामले की जानकारी दी। 

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इसके बाद लखनऊ से डिप्टी सीएम कार्यालय से जनपद चित्रकूट मे सक्षम अधिकारियों के पास फोन आया और तब अभिषेक को जिला अस्पताल चित्रकूट मे पुनः भर्ती किया गया। इलाज के बाद अब उसी पैर की सड़न समाप्त हो चुकी है। जिला अस्पताल मे अभिषेक का इलाज हो रहा है। अभिषेक से बातचीत की गई उसने कहा कि अब मैं काफी स्वस्थ हूँ। दाहिने पैर मे भी प्लास्टर बांधा जाएगा चिकित्सक कह रहे हैं घाव भर जाए और लेफ्ट पैर की सड़न समाप्त हो चुकी है।

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प्रिया मसाले के डायरेक्टर बृजेश त्रिपाठी कहते हैं कि जितना सक्षम हूँ एकमुश्त 25,000 रूपये की आर्थिक मदद की है।, आगे भी जो संभव होगा किया जाएगा। लेकिन शेष बहुत लंबी रकम है इसलिए पिता घर बेचने तक की बात कर रहे हैं लेकिन घर नही तो रहेंगे कहां ? सवाल बड़ा है।

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