पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय में प्रवेश सीट ना बढ़ाने पर छात्रों का हंगामा

पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय आज दोपहर 12:00 बजे पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं और...

पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय में प्रवेश सीट ना बढ़ाने पर छात्रों का हंगामा

बाँदा। पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय आज दोपहर 12:00 बजे पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं और छात्र नेताओं ने प्रवेश सीटें ना बढ़ाए जाने के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने महाविद्यालय के सभी विभागों का कार्यभार बाधित करते हुए "कुलपति जब तक सीट ना बढ़ाएगा, संपूर्ण कार्यभार रुकेगा," "छात्र एकता जिंदाबाद," और "इंकलाब जिंदाबाद" जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने महाविद्यालय के विभागों का कामकाज बंद करवा दिया और प्राचार्य कक्ष की ओर कूच किया।

जब छात्र-छात्राएं प्राचार्य कक्ष पहुंचे, तो पाया कि वहां ताला लगा हुआ था। कर्मचारियों ने बताया कि प्राचार्य आज अनुपस्थित हैं। छात्रों ने मांग की कि जो प्राचार्य के स्थान पर चार्ज संभाल रहे हों, उनसे मुलाकात कराई जाए। इस दौरान, एक महिला शिक्षिका ने कर्मचारियों को ताला खोलने से सख्ती से मना कर दिया। छात्रों ने सवाल उठाया कि जब प्राचार्य अनुपस्थित थे, तो शिक्षिका वहां क्या कर रही थीं और ताला क्यों नहीं खोला गया।

छात्र नेताओं ने आरोप लगाया कि महाविद्यालय में गोपनीय तरीके से भ्रष्टाचार हो रहा है, और कुछ शिक्षक प्राचार्य की गैर-मौजूदगी में अपने परिचितों के प्रवेश सुनिश्चित कर रहे हैं। इससे गरीब और दलित वर्ग के छात्रों के हक की सीटें छिनी जा रही हैं। छात्र नेताओं ने इस कथित धांधली की कड़ी निंदा की।

प्रदर्शन का नेतृत्व छात्र नेता लव सिन्हा, शैलेंद्र कुमार वर्मा, यश राज गुप्ता, बाबूराम निषाद, देवेश कुमार मोनू, भूपेंद्र यादव, दीपक गुप्ता, योगेंद्र पाल, सुरेंद्र मिश्रा, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष आदि कर रहे थे। बाबू राम निषाद ने कहा, "अगर महाविद्यालय का ताला बंद रखना है, तो शिक्षा भी देश में बंद कर दो। यह तो शिक्षा छीनने का काम है।"

देवेश मोनू ने आरोप लगाया कि दलित छात्रों को जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया जा रहा है और उन्हें प्रवेश नहीं दिया जा रहा। यश राज गुप्ता ने कहा, "हम दो हफ्तों से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही। हमने खून से ज्ञापन राज्यपाल तक भेजा, फिर भी कोई असर नहीं हुआ।"

वहीं, शैलेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि महाविद्यालय के शिक्षक अब छात्रों के साथ अनुचित व्यवहार कर रहे हैं और उन्हें गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्राइवेट कॉलेजों से साठगांठ कर प्रवेश सीटें बढ़ाने से इनकार किया जा रहा है।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित अन्य प्रमुख छात्रों में प्रिंस यादव, शिवा शुक्ला, जय सिंह, रचित गौसौमी, दिव्यांशु द्विवेदी, विक्की यादव, रुद्र यादव, आदर्श, शिवानी और प्रिया आदि शामिल थे। छात्रों के साथ दुर्व्यवहार के बाद परिसर में पहुंचने वाले छात्र नेताओं में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्र नेता लव सिन्हा, उत्तर प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन के जिला अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार वर्मा, भाजपा युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष राज गुप्ता, भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य बाबूराम निषाद, और अन्य प्रमुख नेता मौजूद थे।

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