कालिंजर दुर्ग के पास स्थापित होगी रानी दुर्गावती की प्रतिमा

बांदा की बेटी रानी दुर्गावती के साहस और बलिदान को हमेशा याद रखने के उद्देश्य से ऐतिहासिक कालिंजर दुर्ग के पास रानी...

कालिंजर दुर्ग के पास स्थापित होगी रानी दुर्गावती की प्रतिमा
फ़ाइल फोटो

बांदा। बांदा की बेटी रानी दुर्गावती के साहस और बलिदान को हमेशा याद रखने के उद्देश्य से ऐतिहासिक कालिंजर दुर्ग के पास रानी दुर्गावती की विशाल प्रतिमा स्थापित की जा रही है। 28.65 की लागत से यह प्रतिमा बनेगी। बुधवार को पूर्व सांसद आरके सिंह पटेल ने भूमि पूजन के बाद शिलान्यास किया। रानी दुर्गावती, भारतीय इतिहास की एक ऐसी वीरांगना थीं, जिन्होंने अपने साहस, पराक्रम और आत्मसम्मान की मिसाल पेश की। उनका जन्म 05 अक्टूबर, 1524 को कालिंजर दुर्ग में हुआ था। रानी दुर्गावती के पिता, महाराज कीर्तिसिंह द्वितीय चंदेल, महोबा साम्राज्य के राजपूत राजा थे। मध्यकालीन भारत के पुरुष प्रधान समाज में रानी दुर्गावती ने अपने राज्य और सम्मान की रक्षा के लिए मुगल सम्राट अकबर जैसे शक्तिशाली शासकों का भी बहादुरी से सामना किया। उनके अद्वितीय शौर्य को देखकर अकबर ने भी उनकी वीरता के आगे हार मान ली थी।

रानी दुर्गावती का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था। अपने पति की मृत्यु के बाद, उन्होंने गोंडवाना राज्य की कमान संभाली और राज्य की रक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण युद्ध लड़े। अंततः उन्होंने मुगलों से युद्ध करते हुए वीरगति प्राप्त की, लेकिन अपने साहस और बलिदान से उन्होंने इतिहास के पन्नों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। रानी दुर्गावती का नाम आज भी महिलाओं के सशक्तिकरण और वीरता के प्रतीक के रूप में लिया जाता है।

रानी दुर्गावती की इसी वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए, कालिंजर दुर्ग में उनकी विशाल प्रतिमा स्थापित की जा रही है। इसका शिलान्यास बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद आर.के. सिंह पटेल ने किया। प्रतिमा का निर्माण 28.65 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा, जिसमें 50 प्रतिशत धनराशि, यानि 14.33 लाख रुपये, स्थानीय विधायक निधि से और शेष 14.33 लाख रुपये पर्यटन विभाग द्वारा वित्त पोषित किए जाएंगे। यह जानकारी क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव ने दी।

यह प्रतिमा कालिंजर दुर्ग में आने वाले पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण साबित होगी। इसके माध्यम से न केवल रानी दुर्गावती के बलिदान और वीरता की यादें ताजा होंगी, बल्कि महिला सशक्तिकरण का संदेश भी आमजन तक पहुंचेगा। इस महत्वपूर्ण परियोजना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पर्यटन मंत्री ठा. जयवीर सिंह का भी आशीर्वाद प्राप्त है।

बुंदेलखंड के लिए यह प्रतिमा सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक बनेगी। रानी दुर्गावती की मूर्ति, जो इस क्षेत्र की माटी में जन्मी महान वीरांगना की याद दिलाएगी, आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगी। कार्यक्रम में नरैनी क्षेत्र की भाजपा विधायक ओम मणि वर्मा, भाजपा के जिला अध्यक्ष संजय सिंह, क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष और जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष जगराम सिंह तथा क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार

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