बांदा : नम आंखों से देवी भक्तों ने दुर्गा प्रतिमाओं का केन नदी में किया विसर्जन
जनपद मुख्यालय में गाजे बाजे के साथ 9 दिनों तक पंडालों में विराजमान रही जगत जननी जगदंबे माता की प्रतिमाओं का केन नदी में..
जनपद मुख्यालय में गाजे बाजे के साथ 9 दिनों तक पंडालों में विराजमान रही जगत जननी जगदंबे माता की प्रतिमाओं का केन नदी में बनाए गए घाट में विसर्जन कर दिया गया। इस बीच समूचे शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। विसर्जन दोपहर में शुरू हुआ और यह देर शाम तक समाप्त होने की संभावना है।
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वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इस बार शर्तों के साथ प्रशासन द्वारा दुर्गा प्रतिमाएं पंडाल में स्थापित करने और शर्तों के साथ ही प्रतिमाओं को विसर्जित करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके तहत स्पष्ट निर्देश दिए गए की शोभा यात्रा जुलूस के शक्ल में नहीं निकलेगी। सभी विमान 10 -10 फीट की दूरी पर रहेंगे और विमानों के साथ चलने वाले कार्यकर्ता मास्क लगाकर विसर्जन में सम्मिलित हो सकते हैं। ज्यादातर देवी भक्तों ने कोविड-19 नियमों का पालन किया और इसी के तहत विसर्जन के लिए शोभा यात्रा निकाली गई।
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इस बार कोलकाता के मूर्तिकारों के न आने पर स्थानीय कलाकारों ने मूर्तियों का निर्माण किया जिससे बड़ी संख्या में छोटी मूर्तियां रखी गई। कुछ जबलपुर से बड़ी मूर्तियां भी मंगाई गई थी जो शोभायात्रा में आकर्षण का केंद्र रही।
शारदीय नवरात्र में हर साल बांदा में नवरात्र महोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। शहर के 100 से ज्यादा स्थानों में बनाए गए पंडालों में देवी प्रतिमा स्थापित की गई थी। उनके अलावा करीब आधा दर्जन से ज्यादा जबलपुर से बनवाकर लाई गई थी। सोमवार को ढोल नगाड़े और धार्मिक गीतों से थिरकते हुए, अबीर गुलाल उड़ाते हुए कार्यकर्ताओं के दल अपनी-अपनी प्रमिमाओं के साथ निकले, तो बहुत से युवक तलवारबाजी के जरिए अपनी कला का प्रदर्शन करते नजर आये। शोभायात्रा में उत्साही कार्यकर्ता जगह-जगह पटाखे भी दाग रहे थे।
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शोभायात्रा में निकली दुर्गा प्रतिमाओं को देखने के लिए जगह-जगह दर्शनार्थियों की भीड़ रही। वहीं व्यापार मंडल सहित कई अन्य सामाजिक संगठनों ने दुर्गा प्रतिमा को रोककर आरती उतारी और पूजा की। इसी तरह अन्य संगठनों ने देवी भक्त और कार्यकर्ताओं के लिए खाने के पैकेट पानीआदि का इंतजाम किया था।
जुलूस बलखण्डी नाका श्रीधाम से टोकन लेेकर महेश्वरी देवी, चैक बाजार होते हुए अमर टाॅकीज तिराहे से नगर पालिका बालिका इंटर काॅलेज जिला परिषद रोड होते हुए बाबूलाल चैराहे से प्रधान डाकघर होते हुए रोडवेज संकट मोचन मंदिर से होते हुए केन नदी पहुंचा। जहां दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। कार्यकर्ताओं द्वारा देवी मां का जयकारा लगाते हुए नम आंखों से मां को विदा किया गया।
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इस दौरान शहर के चप्पे-चप्पे में पुलिस बल तैनात रहा। इसी तरह महिला पुलिस कर्मियों समेत टोकन स्थल से लेकर विसर्जन स्थल तक तैनात रहे, ताकि किसी तरह की कोई भी अप्रिय घटना न हो सके।
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