बांदा : कलाकारों को अपना हुनर दिखाने को मिलेगा प्रदेश में मंच

जनपद में शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, लोक संगीत और नाट्य विधाओं में पारंगत कलाकारों को उनकी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करने के लिए संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा ...

बांदा :  कलाकारों को अपना हुनर दिखाने को मिलेगा प्रदेश में मंच

बांदा, जनपद में शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, लोक संगीत और नाट्य विधाओं में पारंगत कलाकारों को उनकी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करने के लिए संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा "उत्तर प्रदेश पर्व - हमारी संस्कृति: हमारी पहचान" के अंतर्गत संस्कृति उत्सव-2024-25 का आयोजन किया जा रहा है।

यह उत्सव 2 जनवरी से 8 जनवरी 2025 तक विभिन्न स्तरों पर आयोजित होगा। शुरुआत में गांव, पंचायत, ब्लॉक और तहसील स्तर के कलाकारों के बीच तहसील मुख्यालय पर प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। यहां विजयी कलाकारों की जनपद स्तर की प्रतियोगिता 7 और 8 जनवरी 2025 को जनपद मुख्यालय पर होगी। जनपद स्तर पर चयनित कलाकारों को मंडल और फिर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अपने हुनर का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।

इस आयोजन में कथक, भरतनाट्यम, ओडिसी जैसे शास्त्रीय नृत्य, ठुमरी, दादरा, चैती, कजरी, राई, धीमरयाई जैसे लोक संगीत, और जनजातीय नृत्य एवं आल्हा गायन जैसी विधाओं की प्रतियोगिताएं होंगी। वादन में तबला, पखावज, मृदंग, हारमोनियम, वीणा, गिटार, सारंगी, और बांसुरी जैसे वाद्ययंत्रों पर आधारित प्रतियोगिताएं होंगी।

लोकनाट्य विधाओं में नौटंकी, रामलीला, रासलीला, स्वांग, भगत, और नुक्कड़ नाटक जैसी प्रस्तुतियों को मंच प्रदान किया जाएगा। प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए कलाकारों को उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य है। पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

इन प्रतियोगिताओं में चयनित कलाकारों को जिले में होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मंच प्रदान किया जाएगा, जिससे उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहन और पहचान मिलेगी।क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को संजोना और उभरते कलाकारों को नई पहचान दिलाना है। जिले के कलाकारों के लिए अपनी कला का प्रदर्शन करने और आगे बढ़ने का यह सुनहरा अवसर है।

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