लोस चुनाव में बसपा ने मुस्लिम, ब्राह्मण को दिये सर्वाधिक टिकट

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक मुस्लिम और ब्राह्मण...

लोस चुनाव में बसपा ने मुस्लिम, ब्राह्मण को दिये सर्वाधिक टिकट

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक मुस्लिम और ब्राह्मण उम्मीदवारों को टिकट दिये हैं। अभी तक घोषित 78 उम्मीदवारों में 15 ब्राह्मण चेहरों और 23 मुस्लिम उम्मीदवारों पर बसपा ने भरोसा जताया है।

लोकसभा चुनाव में छठवें और सातवें चरण की सीटों पर विजय हासिल करने के लिए बसपा ने मुस्लिम चेहरों पर दांव लगाया है। मुस्लिम मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने के लिए बसपा ने मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों से मुस्लिम उम्मीदवार पर ही अपना विश्वास जताया है। डुमरियागंज सीट से मोहम्मद नदीम मिर्जा, संतकबीरनगर सीट से नदीम अशरफ, आजमगढ़ सीट से मशहूद अहमद, वाराणसी लोकसभा सीट से अतहर जमाल लारी जैसे मुस्लिम नेताओं को उम्मीदवार बनाया है।

यह भी पढ़े : लोस चुनाव : हमीरपुर-महोबा सीट पर हैट्रिक लगाने को भाजपा ने शुरू की नुक्कड़ सभाएं

इससे पहले बसपा ने संतकबीरनगर सीट पर सैय्यद दानिश और आजमगढ़ सीट पर सबीहा अंसारी को पार्टी का उम्मीदवार बनाया था। दोनों ही मुस्लिम नेताओं का टिकट कट गया और अब ये बसपा का क्षेत्र में प्रचार करते मिलेंगे।

उत्तर प्रदेश में बसपा और ब्राह्मण समाज के बीच में सेतु का काम करने वाले सतीश चन्द्र मिश्रा लोकसभा चुनाव में अपनी भूमिका निभाने में जुटे हैं। सतीश चन्द्र ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में से 15 ब्राह्मण चेहरों को उम्मीदवार बनाने की पहल की। इसमें बांदा लोकसभा सीट पर मयंक द्विवेदी, बस्ती से दयाशंकर मिश्रा, मीरजापुर सीट से मनीष त्रिपाठी, हमीरपुर सीट से निर्दोष दीक्षित, प्रतापगढ़ से प्रथमेश मिश्रा के नाम सबसे पहले लिये जा रहे हैं।

यह भी पढ़े : देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG Exam 2024 05 मई को होगी आयोजित

बसपा ने भी कुछ सीटों पर अपने घोषित उम्मीदवारों को बदला है। लोकसभा क्षेत्र का समीकरण समझने के बाद बसपा अपने उम्मीदवार घोषित कर रही है। बसपा कार्यकर्ताओं की ओर से मिलने वाली शिकायतें ही टिकट बदलने का कारण है। ऐसा पहली बार है कि चुनाव जीतने के लिए समीकरण बनाता हुआ देखकर कम खर्च में चुनाव लड़ रहे नेताओं को भी बसपा ने मैदान में उतार दिया है।

राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो यादव, दलित और मुस्लिम मतदाताओं के साथ जीत का फार्मुला बनाने वाली बसपा ने लोकसभा क्षेत्र में समीकरण बनाने के लिए यादव समाज से भी चार उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। जिस सीट से यादव उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं वहां आईएनडीआईए गठबंधन के उम्मीदवार को बेहद कठनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार

What's Your Reaction?

like
0
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0