बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बनते ही चित्रकूट से दिल्ली मा़त्र 5 घंटे में पहुंच जायेंगे
बुन्देलखण्ड क्षेत्र उत्तर प्रदेश का ऐसा क्षेत्र रहा है, जहाँ त्वरित आवागमन का अभाव रहा है..
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बुन्देलखण्ड क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि आयेगी
बुन्देलखण्ड क्षेत्र उत्तर प्रदेश का ऐसा क्षेत्र रहा है, जहाँ त्वरित आवागमन का अभाव रहा है। पथरीला क्षेत्र होने के कारण क्षेत्र वासियों को कई तरह की कठिनाई आती रही।
बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सर्वागींण विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड एक्सपे्रस-वे का निर्माण कराना प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड वासियों को बहुत बड़ा तोहफा दिया गया है,
जिसे उस क्षेत्र की आने वाली पीढ़ी सदैव याद रखेगी। यह एक्सपे्रस-वे बुन्देलखण्ड के चित्रकूट, बाँदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन से गुजरते हुए औरैया व जनपद इटावा में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे में मिलेगा।
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बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे विकास का पहिया प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास के लिए कृत संकल्पित है। बुन्देलखण्ड वासियों की हर क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि और विकास करना सरकार का ध्येय हैै।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण का शुभारम्भ भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 29 फरवरी, 2020 को चित्रकूट में किया गया। यह एक्सप्रेस-वे 296 किमी लम्बा होगा।
यह चित्रकूट बाँदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन औरेया होते हुए इटावा जनपद में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे में मिलेगा। इस एक्सप्रेस-वे की लागत लगभग 15 हजार करोड़ रू. है। अभी यह फोर लेन का होगा जिसे आगे चलकर 6 लेन में भी बनाया जायेेगा।
इसमें चार रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़ेपुल, सात रैम्प प्लाजा, 268 छोटेपुल, 18 फ्लाई ओवर और 214 अन्ड़रपास बनंेगे। इस एक्सपे्रस-वे कोे 3 वर्ष में बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। इस एक्सप्रेस वे के बनने से बुन्देलखण्ड के 138 ग्राम और औरेया व इटावा के 44 ग्रामों का सीधा जुड़ाव होगा।
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बाहर की मण्डियों से जुडेगा किसान
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के बनने से बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों को बहुत लाभ मिलेगा। किसानों को उनकी उपज की फसलें मण्डियों तक पहुँचाने में शीध्रता होगी।
स्थानीय फसल, फल, फूूल, सब्जियाँ, दूध आदि जल्द खराब होने वाली फसलों को बाजारों, मण्डियों तक पहुँचने में शीध्रता होगी और ताजी होने पर सही मूल्य भी मिलेगा।
यदि किसान अपनी उपज को बाहर की मण्डियों, शहरों में बेचना चाहेगा तो उसका भी उसे फायदा मिलेगा। किसानों को खेती किसानी करने के लिए आवश्यक बीज, खाद आदि भी समय से मिलते रहेगें। किसानों को उनकी फसल का वाजिब मूल्य मिलेगा जिससे उनकी आय में बढ़ोत्तरी होगी।
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बुन्देलखण्ड पर्यटन का हब बनेगा
ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से बुन्देलखण्ड समृद्ध है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के बनने से पर्यटकांे को देखने के लिए झाँसी का किला, ओरछा का किला, चतुर्भुज का मन्दिर, जहाँगीर महल, ओरछा वन्य जीव अभ्यारण, मध्य प्रदेश में पड़ने वाला खजुराहो आदि नजदीक पड़ेगें।
कालिजंर का किला, चित्रकूट धाम, भरतकूप, राजापुर, कालपी, महोबा, उरई, बटेश्वर आदि ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों को देखने, दर्शन करने के लिए पर्यटक आकर्षित होगें।
इस एक्सप्रेस-वे के बनने से बुन्देलखण्ड पर्यटन का हब बनेगा। पर्यटन को बढ़ावा मिलने से स्थानीय लोककला, लोक संस्कृति, दस्तकारी आदि को बढ़ावा मिलेगा और लोगों की
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रोजगार को मिलेगा बढावा
स्थानीय उत्पाद एवं रोजगार को मिलेगा बढ़ावा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से स्थानीय लोगों को आत्मनिर्भर बनने में बहुत मदद मिलेगी।
आवागमन की अच्छी सुविधा होने पर क्षेत्रीय युवकांे को स्वरोजगार के लिए दूर नहीं जाना होगा स्थानीय स्तर पर उत्पादित विभिन्न खाद्यान्न वस्तुओं के साथ-साथ स्थानीय हस्तकला, दस्तकारी, लोककला, पत्थर की मूर्तियाँ आदि को बढ़ावा मिलेगा।
इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे के किनारे एवं औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित उद्योगों, फैक्टरियों आदि में भी कुशल, अकुशल श्रमिकों, तकनीशियनों, प्राविधिक शिक्षा प्राप्त युवाओं/युवतियों को नौकरिंयों मिलेंगी।
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ईधन की कम खपत व प्रदूषण में कमी बुन्देलखंड एक्सप्रेस के बनने से वाहनों की गति में तेजी आयेगी और वाहन घूमकर ज्यादा रास्ता तय कर अपनी मंजिल पर पहुॅचने के बजाय एक्सप्रेस-वे से उनकी मंजिल कम होगी और शीघ्र गन्तब्य तक पहॅुचेगें। इससे वाहनों के ईधन में कमी आयेगी और वाहनों के ईधन में कमी से पैसा भी बचेगा।
देश व प्रदेश के अन्य एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटी बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पूरा बुन्देलखंड क्षेत्र देश व प्रदेश की राजधानियों सहित अन्य प्रदेशों से भी सीधें जुड़ जायेगा। दिल्ली की दूरी जो आज चित्रकूट से 10 से 12 धन्टे पहुॅचने का समय लगता है वह कम होकर 5 घंटे हो जायेगा।
बुन्देलखंड एक्सपे्रस-वे लखनऊ-आगरा एक्सपे्रस-वे में मिलेंगा, फिर यह पूर्वाचंल एक्सप्रेस-वे आगरा-नोएडा यमुना एक्सपे्रस-वे बन रहे गंगा एक्सप्रेस-वे में तथा कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, आगरा प्रयागराज जेवर आदि एयरपोर्ट सहित प्रदेश व देश के समस्त एक्सप्रेस-वे से सीधे जुड़ जायेगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा बुन्देलखण्ड क्षेत्र एवं वहाँ के लोगों के विकास के लिए शुरू कराये गये बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस के निर्माण से निश्चय ही क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि आयेगी।
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#बुंदेलखंड_एक्सप्रेसवे एन एच 35 भारतकूप के पास चित्रकूट से प्रारम्भ होकर #आगरा_लखनऊ_एक्सप्रेसवे पर ग्राम कुदरैल के पास जनपद इटावा में समाप्त होगा...
— UPEIDA (@upeidaofficial) February 12, 2021
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