चित्रकूट : न्याय न मिला तो परिवार के साथ कर लूंगी आत्महत्या-दुष्कर्म पीड़िता

उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार में खनिज मंत्री रहे गायत्री प्रजापति पर दुष्कर्म का आरोप लगा सुर्खियों में आई पीड़िता ने पूर्व मंत्री से पिता-पुत्री का रिश्ता बताते हुए अपने अधिवक्ता रहे दिनेश चंद्र त्रिपाठी और मास्टर माइंड राम सिंह पर गंभीर आरोप लगाये हैं...

चित्रकूट : न्याय न मिला तो परिवार के साथ कर लूंगी आत्महत्या-दुष्कर्म पीड़िता

चित्रकूट, (हि.स.)

  • हत्या की साजिश के तहत हटाई गई सुरक्षा-पीड़िता
  • आरोपियों को बचाने के लिए दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री पर दबाव बनाने का आरोप

पीड़िता का कहना है कि अधिवक्ता और रामसिंह ने उनकी बेटी को अगवाकर उससे पूर्व मंत्री के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगवाया था। उनकी बेटी अभी भी राम सिंह के कब्जे में है। पुलिस अपराधियों पर कार्रवाई करने की बजाय शासन-सत्ता के दबाव में उन्हें बचाने में जुटी है।

इसके अलावा उन्होंने अधिवक्ता दिनेश चंद्र त्रिपाठी द्वारा उनके और पूर्व मंत्री के खिलाफ दर्ज कराई कर रिपोर्ट में लगाये गये करोड़ों के लेन-देन के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए पूर्व मंत्री और उनका नारको टेस्ट कराने की मांग की है। इसके अलावा सुरक्षा हटाये जाने पर शासन-प्रशासन पर सवाल खड़ा करते हुए अपनी और परिजनों की हत्या किये जाने का अंदेशा जताया है। साथ ही न्याय न मिलने पर परिवार के साथ आत्महत्या करने की चेतावनी दी है।

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आपको बता दें कि दुष्कर्म केस में हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आए सूबे के पूर्व खनिज मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, जान से मारने की धमकी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इस मामले में रेप पीडिता के अधिवक्ता दिनेश चंद्र त्रिपाठी ने पूर्व मंत्री के साथ चित्रकूट की दुष्कर्म पीड़िता को भी मामले में आरोपी बनाया है।

इस मामले में वादी अधिवक्ता ने पुलिस को धोखाधड़ी, जालसाजी के पुख्ता प्रमाण दिये जाने का दावा किया है। साथ ही वादी ने मामले को रफा-दफा करने के लिए दुष्कर्म पीड़िता और आरोपी के बीच करोड़ों का ट्रांसक्शन होने का भी आरोप लगाया है। वहीं इस मामले में शुक्रवार को दुष्कर्म पीड़िता ने चित्रकूट स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता करते हुए आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन अपराधियों पर कार्रवाई करने की बजाय अपराधियों को बचाने में जुटा हुआ है।

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उन्होंने आरोप लगाया कि अधिवक्ता दिनेश चंद्र त्रिपाठी एवं मास्टर मांइड राम सिंह राजपूत के दबाव में आकर उसने पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति और उनके साथियों पर दुष्कर्म के आरोप लगाये थे। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति उनके पिता के समान है।

पुलिस महकमे पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मास्टर माइंट राम सिंह राजपूत को गिरफ्तार करने वाले इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह (गौताम पल्ली) और अपराध शाखा के इंस्पेक्टर अजीत सिंह को पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने बिना पर्याप्त सबूत के गिरफ्तार करने की बात कहकर निलंबित कर दिया गया। यदि ऐसा था तो क्या पुलिस को पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ कोई सबूत मिला था, जो उन्हें चार वर्षो तक जेल में रखा गया था।

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पीड़िता ने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं गौ सेवा आयोग के सदस्य (दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री) कृष्ण कुमार सिंह (भोले सिंह) पर भी मास्टर माइंड राम सिंह राजपूत को बचाने के लिए पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने कहा कि उनकी बड़ी बेटी आज भी मास्टर माइंड राम सिंह राजपूत के कब्जे में है। दो साल से लगातार उनके साथ दुष्कर्म हो रहा है।

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पीड़िता ने अंदेशा जताया कि उसकी और परिवार के सदस्यों की हत्या कराने के इरादे से ही उनकी सुरक्षा हटाई गई है। चेतावनी दी कि यदि न्याय न मिला तो पूरे परिवार के साथ वह आत्महत्या कर लेंगी। 

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