मानसिक विकास को बढ़ावा : बाँदा में 'चेस इन स्कूल' के तहत शिक्षकों को मिला प्रशिक्षण
शिक्षकों के सशक्तिकरण और विद्यार्थियों के मानसिक विकास को ध्यान में रखते हुए भागवत प्रसाद मेमोरियल एकेडमी, बाँदा...

बाँदा। शिक्षकों के सशक्तिकरण और विद्यार्थियों के मानसिक विकास को ध्यान में रखते हुए भागवत प्रसाद मेमोरियल एकेडमी, बाँदा में आज एक दिवसीय शतरंज प्रशिक्षण संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ऑल इंडिया चेस फेडरेशन की चेस इन स्कूल मुहिम के अंतर्गत, उत्तर प्रदेश शतरंज खेल संघ के संरक्षण में बाँदा जिला शतरंज खेल संघ द्वारा आयोजित किया गया।
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कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुआ। इसके पश्चात विशिष्ट अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि श्री शिवराज (ASP, बाँदा) ने अपने संबोधन में कहा—
“आज की तेज़ रफ्तार जीवनशैली में शतरंज जैसे बौद्धिक खेल विद्यार्थियों की एकाग्रता और निर्णय क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी सुदृढ़ करते हैं।”
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता फ़िडे अर्बिटर आनंद सिंह ने शिक्षकों को शतरंज के नियमों और प्रशिक्षण की बारीकियाँ समझाईं। उन्होंने विद्यालय स्तर पर शतरंज को शिक्षण का हिस्सा बनाने हेतु व्यावहारिक रणनीतियाँ साझा कीं।
उत्तर प्रदेश शतरंज खेल संघ के संयुक्त सचिव अजय मिश्रा ने कहा—
“शतरंज विद्यार्थियों के बौद्धिक और व्यक्तित्व विकास में अत्यंत उपयोगी है। शिक्षकों के लिए यह ज्ञान आवश्यक है, ताकि वे राष्ट्र निर्माण में प्रभावी योगदान दे सकें।”
इस प्रशिक्षण में संत तुलसी पब्लिक स्कूल, सेंट मैरीज़ स्कूल, भागवत प्रसाद मेमोरियल एकेडमी, भागवत प्रसाद मेमोरियल इंटर कॉलेज सहित जिले के विभिन्न विद्यालयों के लगभग 20 खेल शिक्षकों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
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कार्यक्रम के सफल संचालन और समन्वय में अंकित कुशवाहा की विशेष भूमिका रही। संगोष्ठी के अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
सभी शिक्षक उत्साहित और प्रेरित होकर लौटे, ताकि वे अपने-अपने विद्यालयों में शतरंज को नवीन शैक्षणिक उपकरण के रूप में प्रारंभ कर सकें।
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