उपनिधि पत्रिका विशेषांक का भव्य विमोचन नटराज संगीत महाविद्यालय, बांदा में सम्पन्न
ज्ञान गरिमा सेवा न्यास एवं कलार्पण भारत संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित उपनिधि पत्रिका विशेषांक का भव्य विमोचन कार्यक्रम...
डॉ. चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ‘ललित’ के साहित्यिक अवदान पर केंद्रित रहा विशेषांक
संगीत, साहित्य और कविता से सजी रही सांस्कृतिक संध्या
बांदा। ज्ञान गरिमा सेवा न्यास एवं कलार्पण भारत संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित उपनिधि पत्रिका विशेषांक का भव्य विमोचन कार्यक्रम नटराज संगीत महाविद्यालय, बांदा में सम्पन्न हुआ। यह विशेषांक प्रख्यात साहित्यकार डॉ. चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ‘ललित’ के जीवन, कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर केंद्रित रहा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. नंदलाल शुक्ल (पूर्व प्राचार्य, पं. जवाहरलाल नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बांदा) रहे, जबकि अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्य साधक डॉ. गया प्रसाद त्रिपाठी ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
संगीत से सजी शुरुआत
प्रारंभ में नटराज संगीत महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रातःकालीन रागों पर आधारित सुमधुर गायन प्रस्तुति दी गई। तबला वादन राम केदार द्विवेदी ने किया, जबकि स्वर प्रस्तुति में अनन्या पटेल, खुशबू, प्रियांशी सागर, रिया सिंह, पलक भारती, आर्या गुप्ता, मान्या चौहान, रोहित, पृथ्वीराज सहित अन्य छात्र-छात्राएं शामिल रहीं।
इसके पश्चात वरिष्ठ पखावज वादक मृदंग मार्तण्ड आचार्य अवधेश द्विवेदी ने गणेश वंदना एवं नटराज भगवान की वंदना का प्रभावशाली पखावज वादन प्रस्तुत किया, जिस पर मंच द्वारा उनका सम्मान किया गया।
विशेषांक का विमोचन
उपनिधि पत्रिका विशेषांक का विमोचन मंचासीन अतिथियों प्रो. नंदलाल शुक्ल, डॉ. चंद्रिका प्रसाद दीक्षित, डॉ. गया प्रसाद त्रिपाठी, जवाहरलाल जलज, द्वारकेश यादव मंडेला (अध्यक्ष, बार एसोसिएशन बांदा), डॉ. अश्विनी कुमार शुक्ल, डॉ. रामगोपाल द्विवेदी, डॉ. शशी भूषण मिश्रा, डॉ. शिव प्रकाश सिंह तथा विशेषांक के संपादक एडवोकेट प्रद्युम्न कुमार ‘लालू दुबे’ एवं सुबोध दुबे शारदानन्दन (लखनऊ) द्वारा किया गया।
पत्रिका में प्रकाशित लेखों की विवेचना एवं डॉ. चंद्रिका प्रसाद ललित पर विशेष समीक्षा डॉ. शशी भूषण मिश्रा ने प्रस्तुत की। इसके उपरांत विशेष अतिथियों एवं वरिष्ठ साहित्यकारों ने अपने विचार व्यक्त किए, जिनमें इंजीनियर ओमप्रकाश मसुरहा, डॉ. भानु प्रताप सिंह, डॉ. मनोज कुमार मृदुल सहित अन्य विद्वान शामिल रहे।
शिक्षक सम्मान व कवि सम्मेलन
कार्यक्रम में शिक्षक सम्मान भी आयोजित किया गया, जिसमें डॉ. शशी मिश्रा, मेजर मिथिलेश पांडेय (प्रधानाचार्य, आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज) एवं श्रीमती अनुराधा (प्राचार्य, नटराज संगीत महाविद्यालय) सहित अतिथियों को सम्मानित किया गया।
मंच संचालन डॉ. मनोज कुमार मृदुल ने किया, जबकि कवि सम्मेलन का संचालन रामकिशोर तिवारी ने किया।
कवि सम्मेलन में प्रकाश चंद्र सक्सेना ‘विनीत’, ठाकुरदास शर्मा ‘पंछी’, राजेंद्र तिवारी ‘स्वदेश’, अंजना, छाया सिंह, चंद्र प्रकाश, दीनदयाल सोनी ‘स्वर्ण’, केवल प्रसाद द्विवेदी, डॉ. भानु प्रताप सिंह, रामप्रताप ‘वियोगी’, योगेश कुमार, झांसी से पधारे बाल कवि, अनिल कुमार द्विवेदी, गोपाल गुप्ता ‘साथी’, राजेश तिवारी ‘रंजन’, आर.सी. योगा, डॉ. रमेश त्रिपाठी, दयानंद सिंह सहित अनेक कवियों ने काव्य पाठ कर लगभग दो सैकड़ा श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
आभार एवं समापन
आभार व्यक्त करते हुए एडवोकेट प्रद्युम्न दुबे ‘लालू भइया’ ने कहा कि उपनिधि पत्रिका का यह विशेषांक बांदा के साहित्य जगत के लिए अद्वितीय उपलब्धि है। उन्होंने विशेषांक के प्रबंध संपादक सुबोध दुबे के प्रयासों की सराहना करते हुए सभी अतिथियों, कवियों एवं दर्शकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
नटराज संगीत महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ. धनंजय सिंह ने भी उपस्थित सभी विद्वानों का अभिनंदन किया।
यह आयोजन साहित्य, संगीत और संस्कृति के समन्वय का एक स्मरणीय उदाहरण बनकर उपस्थित जनसमूह के मन में अमिट छाप छोड़ गया।
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