17 सूत्रीय मांगों को लेकर संत-महंतो ने मप्र सीएम को भेजा ज्ञापन
धर्मनगरी की विभिन्न समस्याओं को लेकर संतो-महंतो ने मप्र के मुख्यमंत्री संबोधित 17 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौपा...

‘पर्यटन विकास हो छिन्न-भिन्न नहीं होने पाए धार्मिक स्वरूप’
चित्रकूट। धर्मनगरी की विभिन्न समस्याओं को लेकर संतो-महंतो ने मप्र के मुख्यमंत्री संबोधित 17 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौपा। मांग किया कि चित्रकूट का पर्यटन विकास तो हो लेकिन उसकी आड़ में तिकड़मी लोगों के षडयंत्रवश यहां का धार्मिक स्वरूप छिन्न-भिन्न न किया जाए।
गुरुवार को कामदगिरि प्रमुख द्वार के संत मदन गोपाल दास के नेतृत्व में चित्रकूट क्षेत्र के संत-महंतो ने मप्र सीएम संबोधित 17 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौपा। ज्ञापन में कहा कि मां मंदाकिनी को निर्मल, अनिवरल बनाया जाए। घाटो का निर्माण मानकविहीन होने के चलते बाढ़ में उखड़े पत्थरो को दुरुस्त कराया जाए। रोशनी के इंतजाम हो। वृक्ष लगाकर सुरक्षा व्यवस्था की जाए। मंदाकिनी सीवर लाइन प्रोजेक्ट को पूरा कराएं। परिक्रमा मार्ग पथ का विस्तार हो, लेकिन प्राचीन मठ-मंदिर विलोपित न हो। सीसीटीवी कैमरे लगें। संत समाज की मांग जन निगरानी समिति का गठन कराया जाए। श्री कामदगिरि मंदिर के गर्भग्रह का जीर्णोद्धार कराया जाए। प्रतिमाह लाखों श्रद्धालु यहां आते है। ऐसे में चित्रकूट को संवारने में कोई कोर कसर न रखी जाए। मादक पदार्थो की बिक्री 15 किमी तक प्रतिबंधित हो। आदिगुरु श्रीमते रामानन्दचार्य भगवान की मूर्ति न्यायालय तिराहे में स्थापित की जाए। जबकि अष्टधातु की मूर्ति बनकर तैयार हो गई। जिसकी स्थापना कर श्री रामानंद चौक किया जाए। इस मौके पर महंत बद्री दास, रामलोचन दास, राघवेन्द्र दास, हरिशरण दास, दिव्यजीवन दास, श्याम सुंदर दास, नरोत्तम दास आदि साधु-संत मौजूद रहे।
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