बौद्धिक संपदा अधिकार से सुरक्षित करें नवाचार : कुलपति
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद लखनऊ द्वारा प्रायोजित बौद्धिक संपदा अधिकार पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन जगद्गुरु...

चित्रकूट। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद लखनऊ द्वारा प्रायोजित बौद्धिक संपदा अधिकार पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय के कंप्यूटर एवं सूचना विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन कुलपति प्रो शिशिर कुमार पांडेय ने किया।
उन्होंने कहा कि बौद्धिक नवाचार को बौद्धिक संपदा अधिकार के तहत संरक्षण व संवर्धन में कार्यशाला की महत्ता के बारे में बताया। विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद लखनऊ की वित्तीय सहभागिता के माध्यम से कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए बधाई प्रेषित किया। कार्यशाला में पांच विषय विशेषज्ञों द्वारा बैद्धिक सम्पदा अधिकार से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। जिसमें बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ से प्रो संजय कुमार द्विवेदी, लखनऊ विश्वविद्यालय से प्रो मुनेश कुमार व डॉ भारत कुमार, डॉ भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा से बौद्धिक संपदा अधिकार प्रकोष्ठ के समन्वयक प्रो गौतम जैसवार तथा राजीव गांधी राष्ट्रीय बैद्धिक सम्पदा प्रबन्धन नागपुर से पेटेंट व डिजाइन के सहायक नियंत्रक कुमार राजू उपस्थित रहे। ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड पर पांच सौ से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला निदेशक डॉ अमित अग्निहोत्री ने विभिन्न संस्थानों से आये प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि कार्यशाला के माध्यम से चित्रकूट में पेटेंट से सम्बंधित जागरूकता प्रतिभागियों को आवेदन करने में सहायक होगी। कार्यशाला समन्वयक डॉ आनन्द कुमार ने विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद लखनऊ द्वारा विश्वविद्यालय को कार्यशाला के लिए चयनित किये जाने व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। सम्पूर्ण कार्यशाला का सांकेतिक भाषा मे परिवर्तन का कार्य प्रगति दुबे, पंजीकरण कप्तान सिंह व जितेंद्र गौतम तथा मंच की व्यवस्था का संचालन विजया ने किया। इस दौरान सभी संकाय के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष व प्राध्यापक उपस्थित रहे।
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