डीएम-एसपी ने सड़क सुरक्षा के तहत बांटे हेलमेट, लोगाों को किया जागरुक
डीएम शिवशरणप्पा जीएन एवं एसपी अरुण कुमार सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर ’सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा...

पुलिस का चालान पैसों से निपट जाएगा, यमराज के चालान से बच नहीं पाएंगे
चित्रकूट। डीएम शिवशरणप्पा जीएन एवं एसपी अरुण कुमार सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर ’सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा, हेलमेट सर पर तो सुरक्षित घर पर’, नो हेलमेट नो फ्यूल अभियान के तहत परिवहन विभाग द्वारा जन जागरूकता एवं हेलमेट वितरण कार्यक्रम का गोस्वामी तुलसीदास राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बेड़ीपुलिया से शुभारंभ किया।
डीएम ने छात्र-छात्राओं से कहा कि सड़क दुर्घटनाएं बहुत हो रही हैं जो अत्यंत दुखद है। सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन सभी लोग अवश्य करें। प्रशासन जन जागरूकता के कार्यक्रम कराता है, लेकिन लोगों द्वारा सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं किया जाता ह। उन्होंने विद्यालयों के प्रधानाचार्यो से कहा कि सभी विद्यालयों पर जन जागरूकता के कार्यक्रम कराकर सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में जानकारी छात्र-छात्राओं को अवश्य दें। ताकि वह अपने घरों पर जाकर अभिभावकों को प्रेरित कर सके। नो हेलमेट नो फ्यूल के प्रति जागरूक करें। कहा कि तेज गति से वाहन न चलाएं। वाहन चलाते समय मोबाइल से वीडिओ न बनाएं। मोबाइल का प्रयोग न करें। शिक्षा पर ध्यान दें। ’अपने जीवन को सुरक्षित रखें। अच्छी शिक्षा ग्रहण करके अच्छे पदों पर जाकर कार्य करें। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी से कहा कि प्रत्येक तहसील स्तर पर नो हेलमेट नो फ्यूल कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जाए।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर नो हेलमेट नो फ्यूल अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि जनपद में 1 जनवरी से 31 अगस्त तक सड़क दुघर्टना 265 हुई। मृतकों की संख्या 139 है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की जो बात हो उस पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है। छात्र-छात्राओं से कहां कि वाहन निकालने से पहले घरों पर ही हेलमेट पहने। चार पहिया वाहन पर सीट बेल्ट अवश्य लगाएं। अभिभावकों को भी बताएं। नो हेलमेट नो पेट्रोल का कार्य शत-प्रतिशत सही तरीके से चल गया तो दुर्घटनाओं में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस का चालान पैसों से निपट जाएगा लेकिन यमराज के चालान से बच नहीं पाएंगे। सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन किया जाए। अनुशासन में रहकर कार्य करेंगे तो शासन को जन जागरूकता कार्यक्रम कराए जाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।
संभागीय परिवहन अधिकारी उदयवीर सिंह ने कहा कि सड़क सुरक्षा जन जागरूकता कार्यक्रम के अभियान की शुरुआत की गई है। पूरे भारत में डेढ़ लाख लोगों की मृत्यु सड़क दुर्घटनाओं से होती है। 24 से 25 हजार सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु उत्तर प्रदेश में होती है। परिवहन विभाग जन जागरूकता का कार्य कर रहा है। इसके साथ ही पुलिस विभाग भी कार्य कर रहा है। 15 से 35 वर्ष के लोगों की सड़क दुर्घटनाएं बिना हेलमेट के अधिक हो रही हैं। हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें। तेज गति से वाहन न चलाएं। गलत साइड से न चले। छात्र-छात्राओं से कहा कि अभिभावकों से भी कहें कि बिना हेलमेट, सीट बेल्ट के न चले। किसी प्रकार की सड़क दुर्घटना में अगर किसी की मदद करते हैं तो उसमें संबंधित व्यक्ति को पुरस्कृत भी किया जाता है। सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने पर शासन द्वारा सहायता राशि भी दी जाती है। सड़क दुर्घटना में चित्रकूट जनपद का मृत्यु में चौथा स्थान है। ट्रैक्टर ट्राली से अधिक दुर्घटनाएं हो रही है। उन्होंने तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि ट्रैक्टर ट्राली से तीर्थ क्षेत्र की यात्रा न करें। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से जो ऊपर आयु के छात्र-छात्राएं हैं उन्हें सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी द्वारा लाइसेंस दिलाया जाएगा।
प्राचार्य डॉ राजेश कुमार पाल ने सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए छात्र-छात्राओं से कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें। परंपरागत साधनों को अपनाएं। नाबालिग वाहन न चलाएं। तेज गति से वाहन चलाने से मनुष्यों एवं जीव जंतुओं को भी क्षति होती है। तत्पश्चात जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में शपथ भी दिलाई गई व हेलमेट वितरण किया गया। इसके बाद हेलमेट पहनाकर बाइक रैली को हरी झंडी दिखाई। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक गौरव पांडेय ने किया। इस अवसर पर सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी आरपी सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी कमलनयन सिंह, यात्री कर माल कर अधिकारी दीप्ति त्रिपाठी, यातायात प्रभारी शैलेंद्र सिंह सहित संबंधित अधिकारी, शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं व अभिभावक मौजूद रहे।
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