प्रदेश के विधानसभा चुनाव में यह बनेगा मुद्दा, प्रधानमंत्री बीजेपी को दे गए मंत्र
राष्ट्रवाद के सहारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश फतह की बिसात बिछा गए। अपने भाषण में शौर्य, संस्कृति, महानायक, चंदेलों, बुंदेलों की बात..
राष्ट्रवाद के सहारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश फतह की बिसात बिछा गए। अपने भाषण में शौर्य, संस्कृति, महानायक, चंदेलों, बुंदेलों की बात कर पीएम बुंदेलों का दिल जीत गए। झांसी से ही उन्होंने सभी 19 सीटों को साध लिया। साफ संदेश दिया कि बीजेपी राष्ट्रवाद की दिशा में बहुत मजबूती से काम कर रही है। प्रदेश के चुनाव में राष्ट्रवाद ही प्रमुख मुद्दा रहेगा।
‘जौन धरती पे हमाई रानी लक्ष्मीबाई जू ने आजादी के लाने अपनौ सबई न्यौछावर कर दऔ, वा धरती के वासियन कौ हमाओ हाथ जोड़के प्रणाम पहुंचे, झांसी ने तो आजादी की अलख जगाई हती, इतेई की माटी के कन-कन में वीरता और देशप्रेम बसौ है। झांसी की वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई जू कौ हमाओ कोटि कोटि नमन।’ प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत बुंदेली बोली से की। इस दौरान क्षेत्र से भावनात्मक रिश्ता जोड़ते हुए मोदी ने चंदेलों से लेकर बुंदेलों तक की वीरता को याद किया और क्षेत्र के सभी महापुरुषों का जिक्र किया।
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रानी के किले की तलहटी में राष्ट्ररक्षा समर्पण पर्व पर बुंदेली भाषा में अपने भाषण की शुरुआत करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि झांसी की शौर्य भूमि पर कदम पड़ते ही कौन होगा, जिसके शरीर में बिजली न दौड़े, कानों में मैं मेरी झांसी नहीं दूंगी गर्जना न गूंजने लगे।
आज शौर्य, पराक्रम की पराकाष्ठा रानी की जयंती है। झांसी की धरती आजादी के भव्य अमृत महोत्सव की साक्षी बन गई है। देख सकता हूं कि राष्ट्रभक्ति का ज्वार मेरी झांसी का मनोभाव मेरे मन में उमड़ रहा है। वो बुंदेलखंड के जन-जन की ऊर्जा, प्रेरणा है। जागरूक चेतना को महसूस कर रहा हूं। झांसी को बोलते हुए सुन रहा हूं। रानी के चरणों में नमन, श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पीएम बोले कि आज के दिन वह याद कर रहे हैं कि शौर्य, संस्कृति की अमर गाथाएं लिखने वाले चंदेलों, बुंदेलों को, जिन्होंने भारतीय संस्कृति का लोहा मनवाया।
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आल्हा-ऊदल के त्याग और बलिदान को। झांसी के सपूत मेजर ध्यानचंद का स्मरण करना चाहता हूं। जिन्होंने भारत के खेल जगत को दुनिया में पहचान दी। केंद्र सरकार ने खेल रत्न अवार्ड को मेजर के नाम पर रखने की घोषणा की है। झांसी के बेटे का सम्मान सभी को गौरवान्वित करता है। बोले कि अब सरदार पटेल के सपनों का राष्ट्र, आत्मनिर्भर भारत बनाना हमारी जिम्मेदारी है।'
अमृत महोत्सव काल में यही संकल्प और लक्ष्य है। पीएम ने अपने भाषण में राष्ट्रप्रेम, राष्ट्रवाद, राष्ट्रभक्ति के साथ भारत को रक्षा क्षेत्र, बेटियों को सैनिक स्कूलों में प्रवेश, एनसीसी कैडेट्स को सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया। उनके भाषण से तय हो गया कि आगामी यूपी के चुनाव में राष्ट्रवाद ही बड़ा मुद्दा होने वाला है। इसी के सहारे मोदी यूपी फतह की बिसात बिछा गए हैं।
पीएम ने अपने संबोधित में मुख्यमंत्री से लेकर रक्षामंत्री तक की प्रशंसा की। सीएम को कर्मयोगी संबोधित करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के विकास को नई दिशा और ताकत दी है। उन्होंने रक्षामंत्री को वरिष्ठ प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि रक्षा मंत्री के रूप में वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
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