बुंदेलखंड रेल नेटवर्क : महोबा उरई जालौन भिंड रेल लाइन, जनता की आस अब भानु प्रताप सिंह वर्मा जी के पास
भारतीय रेल के मानचित्र पर आने के लिए जालौन बीते 120 वर्षों से बाट जोह रहा है। स्वतंत्रता के 73 वर्षों में भी क्षेत्र की यह मांग..
भारतीय रेल के मानचित्र पर आने के लिए जालौन बीते 120 वर्षों से बाट जोह रहा है। स्वतंत्रता के 73 वर्षों में भी क्षेत्र की यह मांग आंदोलनों और आश्वासनों के बावजूद अधूरी पड़ी है। जालौन सांसद Bhanu Pratap Singh Verma के केंद्रीय मंत्री बन जाने से जरूर यहां के बाशिंदों को एक बार ये उम्मीद जगी है कि उनकी बहु प्रतीक्षित मांग शायद इस बार पूरी हो जाए।
दरअसल 1901 में तैयार हुई कोंच-एट रेलवे लाइन को अंग्रेजी हुकूमत के अधिकारी कोंच से दिबियापुर तक ले जाना चाहते थे, जिससे जालौन शहर भी भारतीय रेल के मानचित्र पर आ सके, जिसका उल्लेख 1901 के जालौन गजेटियर में भी किया गया था। लेकिन दो विश्वयुद्धों के बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के चलते कोंच की यह रेलवे लाइन आगे नहीं बढ़ पाई और जनपद के नाम से जाने वाला जालौन नगर अभी भी भारतीय रेल के मानचित्र से गायब है..
लीजिये पूरी जानकारी : https://bundelkhandnews.com/Even-after-120-years-Rath-Mahoba-Bhind-via-Jalaun-railway-line-is-in-trouble
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