चार माह से बंद केन जल आरती हुई शुरू
पर्यावरण और जल संरक्षण में विशेष रूचि रखने वाले तत्कालीन जिलाधिकारी हीरालाल ने नदियों की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए यहां की जीवनदायिनी केन नदी की आरती शुरू कराई थी, लेकिन उनके स्थानांतरण हो जाने से पिछले 4 महीने से आरती बंद थी जिसे पुनः शुरू कर दिया गया है।
पर्यावरण और जल संरक्षण में विशेष रूचि रखने वाले तत्कालीन जिलाधिकारी हीरालाल ने नदियों की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए यहां की जीवनदायिनी केन नदी की आरती शुरू कराई थी, लेकिन उनके स्थानांतरण हो जाने से पिछले 4 महीने से आरती बंद थी जिसे अटल सेना ने पुनः शुरू कर दिया है।
तत्कालीन जिलाधिकारी हीरालाल ने जनपद बांदा में जल संरक्षण के लिए और तालाब बचाने का अभियान शुरू किया था। इसके अलावा लोगों में वृक्षारोपण के प्रति रुचि पैदा करने के लिए वृक्षारोपण अभियान को भी तेज किया था। यहां तक कि उन्होंने मंदिरों में प्रसाद की जगह प्रसाद के रूप में पौधे वितरित कराना शुरू किया था और नदियों के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए केन जल आरती शुरू कराई थी यह आरती हर सप्ताह होती थी। 4 माह पूर्व इसी वर्ष फरवरी में उनका स्थानांतरण हो गया और मार्च में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लागू हो गया था,जिसके कारण केन जल आरती बंद हो गई थी। इधर जब लॉकडाउन खत्म हुआ और मंदिरों के मंदिरों में पूजा पाठ शुरू हुई तब भी किसी ने केन आरती की ओर ध्यान नहीं दिया लेकिन अब केन जल आरती अटल सेना ने शुरू कर दी।
इस संबंध में अटल सेना के जिला अध्यक्ष महेश मिश्रा ने बताया कि यह आरती पूर्व जिलाधिकारी द्वारा शुरू की गई थी। इसे हमने पुनः शुरू करने का निर्णय लिया और अब यह आरती हर सप्ताह होगी।उन्होंने इसके लिए जनता से अपील की है कि वह केन जल आरती में सम्मिलित होकर पूर्व जिलाधिकारी द्वारा शुरू किए गए अभियान को जारी रखने में मदद करें।