जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग हुआ राज्य विश्वविद्यालय, कैबिनेट से मिली मंजूरी
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने बुधवार को भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में पद्म विभूषण से सम्मानित जगद्गुरु स्वामी..
चित्रकूट,
विश्वविद्यालय के अधिकारियों-कर्मचारियों में दौड़ी खुशी की लहर
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने बुधवार को भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में पद्म विभूषण से सम्मानित जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज द्वारा स्थापित जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा दिये जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
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आपको बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में जेआरएचयू चित्रकूट के कुलाधिपति जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने राज्य सरकार के साथ मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) साइन किया था। अब विश्वविद्यालय में दिव्यांग के अलावा 50 प्रतिशत सामान्य छात्र-छात्राएं भी यहां शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य अब तक विश्वविद्यालय को कथाओं से प्राप्त धनराशि से संचालित कर रहे है। कर्मचारियों और शिक्षकों के हित में जगदगुरू ने लगभग 350 करोड़ की संपत्ति उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपा है। राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद यहां शिक्षकों-कर्मचारियों ने खुशी की लहर है। बुधवार को जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 शिशिर पांडेय ने कहा कि अब यह विश्वविद्यालय राज्य सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया जाएगा।
इस विश्वविद्यालय में 50 प्रतिशत दिव्यांग और इतने ही सामान्य छात्र-छात्राएं पढ़ सकेंगे।उन्होेने जगदगुरू स्वामी रामभद्राचार्य महाराज का आभार जताते हुए बताया कि चित्रकूट यह विश्वविद्यालय यूपी का दूसरा शासकीय दिव्यांग विश्वविद्यालय होगा।
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