योगी सरकार में ही शिक्षामित्र का मानदेय दस हजार रुपए प्रतिमाह हुआ : संदीप सिंह
उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र 2024 की कार्यवाही में मंगलवार को बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने...
विधानसभा के मानसून सत्र 2024 की कार्यवाही में जवाब दे रहे थे मंत्री संदीप सिंह
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र 2024 की कार्यवाही में मंगलवार को बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने समाजवादी पार्टी के विधायक समरपाल सिंह को आड़े हाथों लिया।
शिक्षामित्रों के मानदेय बढ़ाने सम्बन्धी सपा विधायक के सवाल से सम्बन्धित जवाब देते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब शिक्षामित्रों का मानदेय महज 3500 रुपए प्रतिमाह था, लेकिन जब भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार सत्ता में आई तब इनका मानदेय बढाकर 10 हजार रुपए कर दिया गया। इसलिए सपा के किसी भी नेता को इस सन्दर्भ में बोलने का हक नहीं है। कहा कि भविष्य में यदि शिक्षामित्रों के मानदेय बढ़ाने सम्बन्धी कोई प्रस्ताव आता है तो सदन को अवगत करा दिया जाएगा। इस तरह की टिप्पणियां असंवेदनशील कहीं जाएंगी।
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रसोइयों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाया
उन्होंने यह भी बताया कि परिषदीय विद्यालयों में भोजन बनाने वाली रसोइयों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को अब बढ़ा हुआ मानदेय दिया जा रहा है। यह कार्य भी भाजपा के ही शासनकाल में सम्भव हुआ है। अब आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 8 हजार रुपए प्रतिमाह और आंगनबाड़ी सहायिकाओं को 4 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जा रहा है। रसोईयों का भी मानदेय बढ़ाकर 2 हजार रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार
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