बांदा के इस लैब में बच्चे लेंगे चांद तारों की शिक्षा,जलशक्ति मंत्री ने किया लैब का उद्घाटन
बच्चों की पढ़ाई में चार चांद लगाने के लिए चांद तारों की शिक्षा अब परिषदीय विद्यालयों में मिल सकेगी। सरकार और...
बच्चों की पढ़ाई में चार चांद लगाने के लिए चांद तारों की शिक्षा अब परिषदीय विद्यालयों में मिल सकेगी। सरकार और शिक्षा विभाग की पहल से परिषदीय विद्यालयों में एस्ट्रोनॉमी लैब बनना शुरू हो गया हैं। बांदा में इसकी शुरूआत उच्चतर प्राथमिक विद्यालय महोखर में हुई। जिसका लाभ परिषदीय विद्यालयों के बच्चे उठा सकेंगे।
यह भी पढ़ें- पुल की रेलिंग से लटक कर बुजुर्ग ने इस वजह से कर ली आत्महत्या
प्रदेश के जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने जिलाधिकारी श्रीमती दीपा रंजन की उपस्थित में आईसीआईसीआई फाउण्डेशन के सहयोग से बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा स्थापित की गयी एस्ट्रोनोमी लैब का फीताकर उद्घाटन किया। इसके पश्चात उन्होंने लैब का निरीक्षण किया तथा इस एस्ट्रोनोमी लैब के द्वारा विद्यालय के बच्चों को भूगोल/भौतिक विज्ञान एवं अन्य तकनीकी जानकारी प्रैक्टिकल के रूप में दिये जाने के सम्बन्ध में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि इस लैब केे द्वारा बच्चों को सूर्यग्रहण, चन्द्रग्रहण कैसे होता है। आसमान कैसे नीला दिखायी देता है तथा विभिन्न नक्षत्रों, गुरूत्वाकर्षण, अंतरिक्षयान तथा सूर्य की ऊर्जा को कैसे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है के साथ अन्य ज्ञानवर्धक जानकारी लैब के माध्यम से बच्चों को दिलायी जायेगी। इसके साथ यह भी बताया गया कि जनपद के कुल 10 विद्यालयों में इस प्रकार की लैब स्थापित की जा रही है। जिससे कि बेसिक शिक्षा विद्यालयों के छात्र छात्राओं को गुणवत्तायुक्त शिक्षा अन्य प्राइवेट विद्यालयों की भांति प्रदान की जा सके।
यह भी पढ़ें- ललितपुरः कोयला से भरी मालगाड़ी कपलिंग टूटने से दो भागों में बंटी, बडा हादसा टला
इस अवसर पर जलशक्ति राज्यमंत्री निषाद ने कहा कि बांदा जनपद के परषदीय विद्यालयों में इस प्रकार की पहली लैब की स्थापना इस विद्यालय में हुई है, जो कि बहुुत ही उल्लेखनीय एवं प्रशंसनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि विद्यालय के प्रधानाचार्य अध्यापक इस लैब की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर बच्चोें को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकेगें। क्षेत्र के आस-पास के बेसिक शिक्षा केे विद्यालयों के छात्र छात्राओं को भी इस लैब के देखने को बुलाया जाए, जिससे उन्हें भी वभिन्न विषयों की तकनीकी जानकारी बेहतर तरीके सेे प्राप्त हो सके।
यह भी पढ़ें- ‘इसी सांप ने मां को काटा है’ कहते हुए युवक ने अस्पताल में निकाला सांप, मचा हडकम्प
जिलाधिकारी श्रीमती दीपा रंजन ने बताया कि इस लैब के स्थापित होने से बच्चों को नक्षत्रों के ज्ञान सहित न्यूटन के नियमों तथा ज्वालमुखी कैसे होते हैं, जलचक्र, दिन-रात कैसे होते हैं तथा अन्य तकनीकी जानकारी प्रैक्टिकल के रूप में विभिन्न यंत्रों के द्वारा दी जायेगी। जिससे उनकी शैक्षणिक शिक्षा के स्तर में गुणवत्तायुक्त सुधार होगा। उन्होंने विद्यालय के अध्यापकों को निर्देश दिये कि बच्चों को उनके स्लेबस के अनुसार सोलर सिस्टम,गुरूत्वाकर्षण,सप्तरंग कैसे बनते हैं व अन्य भौतिक विज्ञान के बारे में बेहतर शिक्षा प्रदान की जाये।इस अवसर पर बेसिक शिक्षाधिकारी सुश्री प्रिन्सी मौर्य, ग्राम प्रधान महोखर धीरेर्न्द्र सिंह, प्रधानाचार्य श्रीमती अर्चना द्विवेदी, प्रोजेक्ट मैनेजर आईसीआईसीआई फाउंडेशन यशवर्धन त्रिपाठी एवं डेवलपमेंट ऑफिसर दिलीप कुमार बाजपेई सहित अध्यापक उपस्थित रहे।