हेलो मैं यूपी बोर्ड इलाहाबाद से कंप्यूटर ऑपरेटर बोल रहा हूं, आप पास हो जाओगे...
एक ओर लगातार पेपर लीक होने से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नकल माफियाओं पर नकेल कसने की योजना...
झांसी। एक ओर लगातार पेपर लीक होने से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नकल माफियाओं पर नकेल कसने की योजना तैयार कर रहे हैं, तो दूसरी ओर लगातार शासन प्रशासन द्वारा साइबर ठगों से बचाव करने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस सब के इतर छात्रों व उनके अभिभावकों को ठगी का शिकार बनाने के लिए साइबर ठगों ने नया तरीका ईजाद किया है।
यह भी पढ़े : मध्यप्रदेश के 13 जिलों में आज तेज बारिश का अलर्ट, भोपाल समेत 38 में गरज-चमक की संभावना
साइबर ठगों ने इस बार इलाहाबाद बोर्ड को निशाना बनाया है। स्कूटनी के फॉर्म भरने वाले छात्रों के घरों और उनके मोबाइल पर फोन करके उन्हें पास करने के एवज में आठ हजार रुपयों की मांग कर रहे हैं। फोन की घंटी बजती है, उठाने पर कहा जाता है- हेलो मैं यूपी बोर्ड इलाहाबाद से कंप्यूटर ऑपरेटर बोल रहा हूं, आप पास हो जाओगे...इसके लिए आपको 8 हजार रुपये प्रति छात्र के हिसाब से देना होगा। इस प्रकार के फोन कॉल्स ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि ये साइबर ठग हैं या फिर वाकई यूपी बोर्ड के कंप्यूटर ऑपरेटर ही फोन कर रहे हैं ?
मामला शहर क्षेत्र के पचकुइया मंदिर के पास स्थित यश कोचिंग स्टडी के छात्रों का है। पियूष और यश के मोबाइल पर 8981271625 व 917596974215 से लगातार फोन कर अपने आपको इलाहाबाद यूपी बोर्ड में कंप्यूटर ऑपरेटर बताकर छात्रों को पास करने का झांसा देकर एक छात्र के आठ हजार रुपये मांग रहे हैं। छात्र पास होने के चलते अपने परिजनों या अन्य से रुपयो की व्यवस्था करने में लगे थे। बीते रोज छात्र यश कोचिंग पहुंचा, जहां कोचिंग संचालक के सामने ही साइबर ठग का फोन आ गया। जिस पर कोचिंग संचालक ने छात्रों का बड़ा भाई बनकर बात की और पूरा मामला समझ गए। कोचिंग संचालक ने छात्रों को साइबर ठग का शिकार होने से बचा लिया अन्यथा छात्र उसे रुपये भेजने वाले ही थे। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि स्कूटनी का फॉर्म भरने वाले छात्रों के नंबर इन साइबर ठगों को कौन उपलब्ध करा रहा है, क्योंकि झांसी में ऐसे दर्जनों छात्रों के पास फोन आए हैं। पुलिस व साइबर सेल के सामने यह एक बड़ी चुनौती, ठगों ने पेश की है।
इस संबंध में कोचिंग संचालक यश कोष्ठा ने बताया कि इन दो छात्रों को तो संज्ञान में आने पर शिकार होने से बचा लिया गया है। ऐसे और न जाने कितने पीयूष व यश इनका शिकार हो रहे हैं, उन्हें बचाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार