बुंदेलखंड में बाढ़ से उरद, तिल, मक्का सहित कई फसलों का हुआ नुकसान, सर्वे शुरू
बाढ़ और जलभराव की स्थिति से आफत में पड़े बुंदेलखंड के किसानों को प्रदेश सरकार ने राहत देने की तैयारी शुरू कर दी है..
झांसी,
- बाढ़ और जलभराव से फसलों के हुए नुकसान का प्रशासन करा रहा आंकलन
- उरद, तिल, ज्वार, मक्का सहित कई फसलों के नुकसान का है अनुमान
बाढ़ और जलभराव की स्थिति से आफत में पड़े बुंदेलखंड के किसानों को प्रदेश सरकार ने राहत देने की तैयारी शुरू कर दी है। शासन के निर्देश पर फसलों की बर्बादी का आंकलन करने का काम बुंदेलखंड के सभी जनपदों में तेजी के साथ शुरू हो गया है। बेतवा, यमुना और सिंध नदियों में पानी का स्तर बढ़ जाने से जालौन, हमीरपुर, बांदा सहित कई जिलों में नदी किनारे के क्षेत्रों में फसलों को काफी नुकसान होने का अनुमान है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बुंदेलखंड के हालात को लेकर अफसरों से अपडेट ले रहे हैं।
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- कई फसलों को नुकसान होने का अनुमान
मध्य प्रदेश की ओर से बेतवा में आये पानी ने बुंदेलखंड के कई जिलों के किसानों की फसलों का नुकसान किया है। इसके अलावा सिंध और यमुना नदियों के उफान से भी इस क्षेत्र में फसलों को काफी क्षति हुयी है। उरद, तिल, ज्वार, मक्का सहित कई अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ है। धान की फसल काे नुकसान कम हुआ है।
अनुमान है कि सबसे अधिक असर जालौन, हमीरपुर और बांदा में हुआ है जबकि आंशिक रूप से झांसी, ललितपुर और अन्य जनपदों पर भी नदियों में पानी भरने से असर दिखाई दिया है। बुंदेलखंड के सभी जनपदों में कृषि और राजस्व विभाग की टीमें फसलों के नुकसान का आंकलन करने में जुटी हैं और शासन स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग हो रही है।
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हि.स