सतत विकास लक्ष्य का नोडल अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान अंतर्गत जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों की कार्यशाला सतत विकास लक्ष्य एवं...

चित्रकूट। राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान अंतर्गत जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों की कार्यशाला सतत विकास लक्ष्य एवं पंचायत उन्नत सूचकांक विषय पर जिला पंचायत रिसोर्स सेन्टर में आयोजित की गई।
डीएम शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वरोजगार अभियान के संबंध में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ कार्यशाला संपन्न हुई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ग्राम प्रधान व सचिव की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। समन्वय बनाकर साथ चले। उन्होंने कहा कि जो भी उसके संबंध में कार्य कराए जाते हैं स्वयं सहायता समूहों को भी जोड़ें। राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत जनपद के समस्त विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की कार्यशाला का आयोजन जिला पंचायत रिसोर्स सेण्टर में किया गया। उन्होंने सभी विभाग से आये अधिकारियों को सतत विकास लक्ष्य के प्राप्ति के लिए पंचायत उन्नत सूचकांक के मानको के अनुरूप कार्य करने एवं सूचनाये समय से उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये। जिससे हमारी पंचायते सशक्त बन सके और जनपद कि पंचायते राष्ट्रीय पुरुस्कार के लिए आगे आ सके। प्रशिक्षण का उद्देश्य एवं भूमिका जिला पंचायत राज अधिकारी इंद्र नारायण सिंह द्वारा रखी गई। कार्यक्रम का संचालन डीपीआरसी के वरिष्ठ फैकल्टी सुजीत कुमार ने किया। उन्होने बताया कि पंचायत उन्नति सूचकांक (पीएआई) ग्राम पंचायतों के लिए विकासात्मक प्रगति का मूल्यांकन करने, डेटा संचालित शासन को बढ़ावा देने, प्रदर्शन को प्रोत्साहित करने और स्थानीय नियोजन को सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के राष्ट्रीय उद्देश्यों के साथ संरेखित करने के लिए एक रणनीतिक साधन के रूप में कार्य करता है। प्रशिक्षक विवेक मिश्रा द्वारा सतत विकास लक्ष्य के स्थानीयकरण के सभी विषयों को विस्तारपूर्वक बताया गया तथा संजय सिंह स्कोर कार्ड को प्रदर्शित करते हुए महत्व को बताया। इस मौके पर डीएम ने डीपीआरसी में वृक्षारोपण किया।
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