गैस पाइपलाइन डालने के नाम पर शहरवासियों को मिली अव्यवस्थाओं की सौगात
शहर में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड कंपनी द्वारा गैस पाइपलाइन डालने का काम पिछले 10 महीनों से किया जा रहा है...

बांदा। शहर में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड कंपनी द्वारा गैस पाइपलाइन डालने का काम पिछले 10 महीनों से किया जा रहा है, जिससे आम जनता और सरकार दोनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तीन महीने बीत जाने के बावजूद अब तक खोदे गए गड्ढों को भरा नहीं गया है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मामला बांदा शहर के सिविल लाइन इलाके का है, जहां गैस कंपनी द्वारा जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे किए जा रहे हैं। इन गड्ढों के कारण पानी की पाइपलाइनें टूट गई हैं और सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। इससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है और आम लोगों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है। आए दिन लोग इन गड्ढों में गिर रहे हैं, जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं।
बिना अनुमति खुदाई पर वार्ड मेंबर का विरोध
वार्ड मेंबर राममिलन वर्मा ने बताया कि यह सड़क पीडब्ल्यूडी की है और गैस पाइपलाइन डालने के लिए कोई उचित अनुमति नहीं ली गई है। उन्होंने कहा, "मेरे वार्ड में बिना अनुमति खुदाई करने से मैंने कंपनी को मना किया था, लेकिन फिर भी खुदाई जारी है।"
पीडब्ल्यूडी विभाग ने जताई नाराजगी
पीडब्ल्यूडी विभाग का कहना है कि उनकी बनाई हुई सड़कों को बिना अनुमति के क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि इस मामले की शिकायत उच्च स्तर पर की जाएगी। साथ ही, हुए नुकसान की भरपाई गैस कंपनी से कराई जाएगी।
सड़क क्षति पर होगी कानूनी कार्रवाई
पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता राकेश कुमार ने बताया, "7 करोड़ की लागत से बनी जेल रोड को ग्रीन गैस कंपनी द्वारा काट दिया गया है, जिससे बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। मौके पर पहुंचकर मैंने स्वयं निरीक्षण किया और पाया कि सड़क को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है। इस संबंध में लिखित शिकायत की जाएगी और उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया जाएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "संबंधित फर्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी और हुए नुकसान की भरपाई के लिए खुले हुए एरिया की नपाई कर पेनल्टी लगाई जाएगी। रिकवरी कर कंपनी और ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
शहरवासियों की बढ़ी मुश्किलें
स्थानीय निवासियों का कहना है कि गैस पाइपलाइन डालने के काम में लापरवाही बरती जा रही है, जिससे उन्हें आए दिन मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। टूटी सड़कों और गड्ढों के कारण न केवल यातायात प्रभावित हो रहा है बल्कि पैदल चलने वालों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या ठोस कदम उठाता है और कब तक शहरवासियों को इस अव्यवस्था से राहत मिलती है।
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