अवधेश निगम को ‘पंडित महावीर प्रसाद द्विवेदी साहित्य सम्मान’
लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में आयोजित एक भव्य समारोह में कोंच (जालौन) के मूल निवासी...
बांदा, लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में आयोजित एक भव्य समारोह में कोंच (जालौन) के मूल निवासी और वर्तमान में जनपद देवरिया में उपजिलाधिकारी पद पर तैनात अवधेश निगम को ‘पंडित महावीर प्रसाद द्विवेदी साहित्य सम्मान’ से सम्मानित किया गया। इस गरिमामयी कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने श्री निगम को शाल, स्मृति चिन्ह और एक लाख रुपये की धनराशि प्रदान कर सम्मानित किया।
यह प्रतिष्ठित सम्मान श्री निगम को उनके कहानी संग्रह ‘मैं भूल सकता हूँ क्या’ के लिए प्रदान किया गया, जो समाज की गहन संवेदनाओं और मानवीय मूल्यों पर आधारित है। इस संग्रह ने साहित्यिक जगत में गहरी छाप छोड़ी है और पाठकों को आत्ममंथन के लिए प्रेरित किया है।
अवधेश निगम इससे पहले बाँदा में तहसीलदार सदर के साथ-साथ बबेरू और नरैनी में उपजिलाधिकारी के रूप में भी अपनी सेवाएँ दे चुके हैं। उनके साहित्यिक योगदान और प्रशासनिक कार्यशैली ने उन्हें समाज में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है। उनके सम्मान पर देवरिया के अधिकारियों, बाँदा और जालौन के साहित्यकारों, तथा उनके गृह क्षेत्र के नागरिकों ने हर्ष व्यक्त किया है।
सम्मान समारोह के दौरान अवधेश निगम ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों, सहयोगियों और पाठकों को दिया। उन्होंने कहा कि साहित्य उनकी आत्मा की आवाज़ है, और वह समाज को जागरूक करने और प्रेरणा देने का कार्य अपने लेखन के माध्यम से करते रहेंगे।
इस अवसर पर साहित्य और प्रशासन से जुड़े कई गणमान्य लोग उपस्थित थे, जिन्होंने श्री निगम के लेखन और प्रशासनिक योगदान की भूरि-भूरि प्रशंसा की। यह सम्मान न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि उनके जैसे साहित्यप्रेमी अधिकारियों के लिए प्रेरणा स्रोत भी है।