खाने के लिए माइक्रोनी न देने पर पिता ने की बेटी साथ क्या किया ?
पति को बचाने के लिए पत्नी ने पुलिस को करती रही गुमराह
शाहजहांपुर, 15 जून । थाना चौक कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला भारद्वाजी में बीती गुरुवार रात को पूर्ति गुप्ता की घर के अंदर ही खून से लथपथ लाश मिली थी। इस मामले में शनिवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए युवती के माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपित पिता ने बताया कि बेटी की हत्या इसलिये कर दी थी की उसने उन्हें बकाया छह सौ रुपये और खाने के लिए माइक्रोनी नहीं दी थी। इस सब में पति को बचाने के लिए पत्नी पुलिस को गुमराह करती रही।
अपर पुलिस अधीक्षक नगर संजय कुमार ने बताया पूर्ति गुप्ता की हत्या में उसके पिता संजय गुप्ता और मां वन्दना गुप्ता को गिरफ्तार किया है। हत्यारोपी की निशानदेही पर खुखरी (करौली) भी बरामद की है, जिससे उसने बेटी की हत्या की थी।
वंदना ने बताया कि घटना वाले दिन वह बेटी संग बाजार में सोने की अंगूठी बेचकर गृहस्थी का सामान खरीदकर घर लायी थी। कुछ रुपये भी बचे थे, जो पूर्ति के पास थे। बेटी पर उसके पिता संजय के छह सौ रुपये उधार थे, जो मांग रहे थे। लेकिन उसने रुपये देने से इंकार करते हुए उन्हें झटक दिया। इससे संजय नाराज हो गये और घर में रखी खुखरी (करौली) निकाल लाए और पूर्ति को मारने की कोशिश की। उस वक्त घर पर मौजूद बेटे पवन गुप्ता और उसके दोस्त हर्ष अग्रवाल ने बीच बचाव कराया। इसके बाद बेटा पवन अपने दोस्त हर्ष के साथ हरिद्वार के लिए निकल गया।
रात को पूर्ति ने खाने के लिए माइक्रोनी बनाई और पिता को नहीं दी। यह बात संजय को खराब लगी और उसने सोते वक्त बेटी पर करौली से वार कर दिया। खून से लथपथ पूर्ति जान बचाने के लिए बाहर की ओर भागी। वह बरामदे में गिरी और उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसने हत्या में इस्तेमाल करौली को साफ करके फौरन अलमारी में रख दिया। जब पुलिस को मामले का पता चला तो वंदना ने पति का साथ देते हुए पुलिस को गुमराह करने लगी। सख्ती से पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात स्वीकार ली। पुलिस ने हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
हिन्दुस्थान समाचार