स्मारक घोटाले में बसपा सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी से 5 घंटे तक पूछताछ, अब बाबू सिंह कुशवाहा की बारी
बहुजन समाज पाटी सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए स्मारक घोटाले की जांच कर रही विजिलेंस टीम एक बार फिर सक्रिय हो गयी है..
बहुजन समाज पाटी सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए स्मारक घोटाले की जांच कर रही विजिलेंस टीम एक बार फिर सक्रिय हो गयी है। विजिलेंस ने बसपा सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी से पूछताछ के बाद अब बाबू सिंह कुशवाहा का बयान दर्ज कराने की तैयारी है। बाबू सिंह कुशवाहा को विजिलेंस ने 3 अगस्त को बुलाया है।
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तत्कालीन बसपा सरकार के मंत्री और मौजूदा वक्त में कांग्रेस के मीडिया प्रभारी नसीमुद्दीन सिद्दीकी से 1400 करोड़ के स्मारक घोटाले में विजिलेंस ने 5 घंटे तक पूछताछ की है। विजिलेंस ने नसीमुद्दीन से 19 जुलाई को पूछताछ के बाद अब बाबू सिंह कुशवाहा को बुलाया है। माना जा रहा है कि पूछताछ का चुनाव पर असर होगा। विजिलेंस ने बाबू सिंह कुशवाहा को भी नसीमुद्दीन सिद्दीकी के साथ बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था लेकिन खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर बाबू सिंह कुशवाहा नहीं पहुंचे।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी से हुई पूछताछ के दौरान विजिलेंस टीम में स्मारक के निर्माण, निर्माण को लेकर हुई बैठक, ठेका आवंटन की कार्रवाई, स्मारक में लगे पत्थरों की ढुलाई और तराशने के काम को लेकर किए गए फैसले से जुड़े सवाल किये।
करीब 5 घंटे तक चली इस पूछताछ में विजिलेंस के तमाम सवालों का नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने गोलमोल जवाब दिया। कई सवालों के बारे में विस्मृत होने की बात कही। ठेका आवंटन, फंड आवंटन के फैसले पर नसीमुद्दीन कैबिनेट का फैसला बताकर सवाल टाल गये।
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