हमीरपुर के इंगोहटा क्षेत्र के कई गांवों में डेंगू का प्रकोप चरम पर, ग्रामीणों में दहशत
इंगोहटा क्षेत्र के कई गांवों में डेंगू का प्रकोप चरम पर है किन्तु सर्वाधिक मरीज खड़ेही जार में हैं। यहां 2 मरीज कानपुर में...
इंगोहटा क्षेत्र के कई गांवों में डेंगू का प्रकोप चरम पर है किन्तु सर्वाधिक मरीज खड़ेही जार में हैं। यहां 2 मरीज कानपुर में, 13 मरीज हमीरपुर में तथा एक मरीज राठ में अपना उपचार करा रहे हैं। कुछ मरीज घरों में भी स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।
- गांव में नहीं हुआ छिड़काव, 16 लोगों का हो रहा उपचार
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खड़ेहीजार गांव में मलेरिया विभाग की टीम 4 दिन पूर्व आई थी किंतु अभी तक गांव में दवा का छिड़काव नहीं कराया गया। वहीं ग्राम मवई जार में एक दर्जन से अधिक मरीज डेंगू का इलाज करा रहे हैं। बिदोखर और इंगोहटा में भी डेंगू की दस्तक हो चुकी है। डेंगू की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है, जबकि मलेरिया विभाग कोई गौर नहीं कर रहा है।
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ग्रामीणों ने बताया कि खड़ेहीजार में सुनील पुत्र इंद्रपाल (50) कानपुर में उपचार करा रहा है। सुरेश पुत्र बुल्ली 29 वर्ष, दिलीप पुत्र हनुमान 30 वर्ष, छोटे पुत्र दिलीप 12 वर्ष, रेखा पत्नी प्रमोद 40 वर्ष का उपचार हमीरपुर तथा उमा पत्नी राकेश 33 वर्ष का उपचार राठ में हो रहा है। मधु पुत्री कल्लू 18 वर्ष का उपचार कानपुर में जबकि विंदा प्रसाद पुत्र सिद्धा 35 वर्ष, राज पुत्र बिंदा 12 वर्ष, दर्शन पुत्र गुरुदयाल 35 वर्ष, उर्मिला पत्नी नेतराम 28 वर्ष, साधना पत्नी रामसहाय 18 वर्ष, सचिन पुत्र रामस्वरूप 20 वर्ष, रजनी पत्नी मदन पाल 30 वर्ष, राघवेंद्र पुत्र राजू 48 वर्ष, वीरेंद्र पुत्र गंगा 40 वर्ष का उपचार हमीरपुर में हो रहा है।
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गांव मे कम से कम 40 मरीज डेंगू बुखार से पीड़ित हैं। इसी तरह से एक दर्जन मरीज मवईजार में पीड़ित होकर अपना उपचार करा रहे हैं। बिदोखर में 2 तथा इंगोहटा में 2 लोग डेंगू बुखार से पीड़ित है। खड़ेहीजार गांव के लोगों ने बताया कि 4 दिन पूर्व वहां एक टीम आई थी तो उन्हें जांच में 5 डेंगू के मरीज मिले थे। जिन्हें उपचार के लिए हमीपुर भेज दिया गया था। टीम के जाने के बाद कोई झांकने नहीं आया है, न ही गांव में दवा का छिड़काव किया गया है।
मवईजार के लोगों ने बताया कि मलेरिया विभाग की टीम उन्ही घरों के आस-पास छिड़काव करती है जहां के डेंगू के मरीज होते हैं। पूरे गांव में दवा का छिड़काव नहीं कराया जा रहा है। विदोखर और इंगोहटा के लोगों ने गांव में कीटनाशक दवा का छिड़काव कराए जाने की मांग की है ताकि डेंगू पैर न पसार सके।
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