महाकुंभ में नेत्र कुंभ: चिकित्सा, सेवा और स्वास्थ्य की त्रिवेणी – डॉ. इलेश जैन
परम पूज्य संत रणछोड़ दास जी महाराज द्वारा स्थापित श्री सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय, चित्रकूट ने इस वर्ष प्रयागराज...

चित्रकूट। परम पूज्य संत रणछोड़ दास जी महाराज द्वारा स्थापित श्री सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय, चित्रकूट ने इस वर्ष प्रयागराज महाकुंभ में आयोजित नेत्र कुंभ में ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण सहभागिता निभाई। सक्षम संगठन द्वारा आयोजित इस विशेष नेत्र कुंभ में श्रद्धालुओं के नेत्र स्वास्थ्य की देखभाल के लिए व्यापक स्तर पर सेवाएं प्रदान की गईं।
डॉ. इलेश जैन, प्रशासक, श्री सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय, ने कहा कि महाकुंभ केवल आध्यात्मिक और आस्था का संगम नहीं रहा, बल्कि इस नेत्र कुंभ के माध्यम से यह चिकित्सा, सेवा और स्वास्थ्य की त्रिवेणी भी बना।
नेत्र कुंभ की ऐतिहासिक उपलब्धि
इस भव्य आयोजन में सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय समेत विभिन्न संस्थानों के संयुक्त प्रयास से 2,31,313 श्रद्धालुओं का निःशुल्क नेत्र परीक्षण किया गया तथा 1,58,187 श्रद्धालुओं को निःशुल्क चश्मे वितरित किए गए।
सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय द्वारा किए गए कार्य:
- 28,000 श्रद्धालुओं का नेत्र परीक्षण
- 7,961 श्रद्धालुओं को निःशुल्क चश्मे वितरित
- 2,000 नेत्र रोगियों को मोतियाबिंद ऑपरेशन एवं जटिल नेत्र रोगों के इलाज के लिए रेफर
इसके अलावा, महाकुंभ में रणछोड़ दास नगर, अखिल भारतीय निर्मोही अखाड़ा और रामायणी कुटी में लगातार नेत्र परीक्षण शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 9,000 श्रद्धालुओं की नेत्र जांच की गई।
सेवा और समर्पण का उदाहरण
डॉ. इलेश जैन ने कहा, "महाकुंभ में श्रद्धालुओं को नेत्र स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर पाना हमारे लिए गर्व की बात है। यह न केवल आध्यात्मिकता और आस्था का संगम था, बल्कि सेवा, चिकित्सा और स्वास्थ्य की त्रिवेणी भी सिद्ध हुआ।"
इस नेत्र कुंभ के माध्यम से लाखों श्रद्धालुओं को बेहतर नेत्र चिकित्सा सुविधा मिली, जिससे यह आयोजन महाकुंभ के सफल प्रबंधन की एक बड़ी उपलब्धि साबित हुआ।
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