वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वालों ने कोरोना को दी मात
कोरोना टीका का दोनों डोज लगवा चुके लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। लेकिन इन्हे अस्पतालों में भर्ती होने..
कोरोना टीका का दोनों डोज लगवा चुके लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। लेकिन इन्हे अस्पतालों में भर्ती होने की जरुरत नहीं पड़ रही है। वैक्सीन के प्रभाव से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ जाती है। इससे वह अन्य मरीजों की अपेक्षा जल्दी स्वस्थ होकर कोरोना को हरानें में कामयाब हो रहें हैं।
जनपद में ऐसे लोग भी संक्रमित हो रहे हैं जो अपनी कोरोना टीके की दो डोज या सिगल डोज लगवा चुके हैं। लेकिन इसमें फर्क यह है कि बिना टीका लगवाने वाले संक्रमितों को जंग ज्यादा लड़नी पड़ती है। ज्यादा दिनों तक उपचार के बाद वह स्वस्थ हो रहे हैं। जबकि जो कोरोना वैक्सीन की एक या दो डोज लगवा चुके हैं वह अन्य संक्रमितों की अपेक्षा जल्दी ठीक हो रहे हैं।
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राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मुकेश यादव का कहना है कि जनपद में अब तक करीब 10183 के ऊपर संक्रमित मिल चुके हैं। ऐसे में दोबारा संक्रमण की चपेट में आने वाले अभी कम देखे जा रहे हैं। हालांकि ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं। जो टीका लगवा चुके हैं।
फिर भी वह पॉजिटिव हो गए हैं। क्योंकि वैक्सीन का काम संक्रमण से बचाना कम बल्कि बीमारी की गंभीरता को कम करना है। सीधे तौर पर माना जाए तो वैक्सीन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। इससे संक्रमण का असर कम रहता है। अभी तक ऐसे मरीज सामने नहीं आए हैं। जो वैक्सीन लगवा चुके हैं। और उनकी स्थिति गंभीर व अतिगंभीर बनी हो।
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वैक्सीन लगवा चके 40 स्वास्थ्य कर्मी घर में ही ठीक
उन्होने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक व स्टाफ मिलाकर करीब एक हजार के करीब संख्या है। करीब सभी लोग कोरोना टीका लगवा चुके हैं। जिनको दोनों डोज लग चुकी हैं। इसके बाद भी जांच में करीब 40 स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित मिले हैं।
लेकिन ऐसे लोगों में कोरोना संक्रमण का असर ज्यादा नहीं हुआ है। हल्का गले में दर्द व मामूली बुखार आदि के ही लक्षण प्रकट हुए हैं। उनकी रिपोर्ट तीन से चार दिन के अंदर निगेटिव भी आ गई है। उन्होंने बताया कि दोबारा संक्रमित होने वालों में डॉक्टर ,नर्स व स्वीपर आदि शामिल थे जो स्वस्थ होने के बाद अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।
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