दो दिन मनाया जाएगा भैया दूज पर्व, जानिए इसका शुभ मुहूर्त

हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस बार भाई दूज...

Oct 26, 2022 - 02:50
Nov 4, 2022 - 02:35
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दो दिन मनाया जाएगा भैया दूज पर्व, जानिए इसका शुभ मुहूर्त

हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस बार भाई दूज का ये पर्व एक नहीं बल्कि 2 दिनों तक मनाया जाएगा। ऐसा तिथियों में घट-बढ़ के कारण होगा। इस बार भाई दूज के पर्व को लेकर काफी असमंजस की स्थिति है। विद्वानों का मानना है कि इस बार भाई दूज का पर्व 26 अक्टूबर यानी कि बुधवार को मनाया जाएगा तो वहीं कुछ का कहना है कि 27 अक्टूबर गुरुवार को यह पर्व मनाया जाएगा। 

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भाई दूज के दिन बहनें अपने भाइयों को घर बुलाकर भोजन करवाती हैं और उनका तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। भाई भी अपनी बहनों को उपहार देकर उसके सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद देते हैं। भाई दूज का त्योहार भाई दूज, भैया दूज, भाई टीका, यम द्वितीया, भ्रातृ द्वितीया कई नामों से जाना जाता है।

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  • भाई दूज के शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार 26 अक्टूबर बुधवार को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि दोपहर 2.43 से शुरू होगी। इस दिन भाई को तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1..12 से 3.27 तक रहेगा। वहीं शाम को 7.17 से रात 8.53 के बीच यमराज के निमित्त दीपदान कर सकते हैं। वहीं 27 अक्टूबर गुरुवार को भाई दूज का शुभ मुहूर्त सुबह 11.07 से दोपहर 12.46 तक रहेगा।

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  • यमुना और यमराज की पूजा का महत्व

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प्रचलित कथाओं के अनुसार एक बार यमराज अपनी बहन यमुना से मिलने धरती पर आए। उस दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि थी। भाई को आया देख यमुना ने उन्हें भोजन कराया और तिलक लगाकर आदर सत्कार किया। बहन का प्रेम देखकर यमराज ने कहा कि जो भी व्यक्ति इस तिथि पर यमुना में स्नान करके यम का पूजन करेगा मृत्यु के बाद उसे यमलोक की यातना नहीं सहनी पड़ेगी। तभी से कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को यमुना नदी में स्नान कर यमराज की पूजा करने का विशेष महत्व है।

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