डॉ. बृजेश कुमार गुप्ता को ‘पं. बाल गंगाधर तिलक शोध-पत्र लेखन प्रतियोगिता में ‘गणेशीलाल शर्मा ‘प्राणेश’ द्वितीय पुरस्कार - 2024’ से किया गया पुरस्कृत

बाँदा के सुदामापुरी मोहल्ले के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. बृजेश कुमार गुप्ता, जिन्हें 'मेवादेव' के नाम से भी जाना जाता है...

डॉ. बृजेश कुमार गुप्ता को ‘पं. बाल गंगाधर तिलक शोध-पत्र लेखन प्रतियोगिता में ‘गणेशीलाल शर्मा ‘प्राणेश’ द्वितीय पुरस्कार - 2024’ से किया गया पुरस्कृत

बाँदा के सुदामापुरी मोहल्ले के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. बृजेश कुमार गुप्ता, जिन्हें 'मेवादेव' के नाम से भी जाना जाता है, को ‘पं. बाल गंगाधर तिलक शोध-पत्र लेखन प्रतियोगिता में ‘गणेशीलाल शर्मा ‘प्राणेश’ द्वितीय पुरस्कार - 2024’ प्रदान किया गया है। पुरस्कार स्वरूप उन्हें प्रमाण पत्र, प्रतीक चिन्ह व 5100₹ की धनराशि प्रदान की गई। यह सम्मान प्रज्ञा हिंदी सेवा संस्थान ट्रस्ट, फिरोजाबाद द्वारा आयोजित षष्ठ अंतरराष्ट्रीय प्रज्ञा सम्मान 2024 के अंतर्गत दिया गया। यह समारोह बच्चू बाबा सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, फिरोजाबाद में आयोजित किया गया था।

डॉ. बृजेश कुमार गुप्ता को यह पुरस्कार पद्मश्री प्रो. उषा यादव, डॉ. इंद्रपाल गुर्जर व श्री तिलक भवन ट्रस्ट, फिरोजाबाद द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक व प्रबंध-सचिव कृष्ण कुमार 'कनक' एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ. संध्या द्विवेदी, विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग, महात्मा गाँधी बालिका विद्यालय पी.जी. कॉलेज, फिरोजाबाद ने देश-विदेश के साहित्यकारों को सम्मानित किया। समारोह में प्रेरणा आर्यनयक (मॉरीशस), आर.एन. तिवारी (महाप्रबंधक, भारतीय ज्ञानपीठ), शिव प्रकाश, रचना उनियाल, आर.बी. चौबे, डॉ. इंदु गुप्ता, कु. राघवेंद्र जादौन आदि गणमान्य उपस्थित रहे।

डॉ. बृजेश कुमार गुप्ता अंग्रेजी साहित्य की विभिन्न विधाओं में 10 पुस्तकें लिख चुके हैं। हाल ही में, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के अंतर्गत अतर्रा पी.जी. कॉलेज, बाँदा के एम.एड. के छात्र मान सिंह द्वारा उनके शैक्षिक व साहित्यिक कार्यों पर एक लघु शोध भी लिखा गया है।

वर्तमान में वे वर्ल्ड यूनियन ऑफ पोएट्स, इटली के सेक्रेटरी जनरल हैं। उन्होंने ‘11वें अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार "सिटा डेल गैलेटियो-एंटोनियो डी फेरारीस" 2024’ जीता है। 2023 में उन्हें सर्बिया में प्रतिष्ठित "अपोलोन सिरमिएन्सिस" अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। इसके अलावा, सर्बिया, हैती, नाइजीरिया और ब्राजील की संस्थाओं से उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी प्राप्त हो चुकी है। उनकी उपलब्धियों के सम्मान में अफ्रीकी देश बिरलैंड ने उनके नाम पर डाक टिकट जारी किया है।

डॉ. बृजेश अपने प्रथम ट्रस्ट के अंतर्गत तीन अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित कर चुके हैं और वर्तमान में एस.के. महाविद्यालय, जैतपुर, महोबा में प्राचार्य पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने यह सम्मान समस्त शिक्षाविदों, शहर के साहित्यकारों, अपने परिवार और कॉलेज को समर्पित किया है।

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