उप्र में बी-पैक्स सदस्यता महाअभियान में जुड़े कुल 28.85 लाख नए सदस्य
उत्तर प्रदेश में 01 से 30 सितम्बर तक संचालित किए गए बी-पैक्स (साधन सहकारी समितियां) सदस्यता...
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 01 से 30 सितम्बर तक संचालित किए गए बी-पैक्स (साधन सहकारी समितियां) सदस्यता महाअभियान-2023 ने अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पूरे प्रदेश में यह महाअभियान चलाया गया, जिसमें 20 लाख लक्ष्य के सापेक्ष कुल 28.85 लाख बी-पैक्स में नए सदस्य बने तथा 69.08 करोड़ रुपए की धनराशि अर्जित की गई।
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योगी सरकार का मानना है कि बी-पैक्स सदस्यता महाअभियान प्रदेश में सहकारिता आंदोलन को नई दिशा देने में मील का पत्थर साबित होगा। महाअभियान की सफलता से जिला सहकारी बैंकों का कैपिटल बेस मजबूत होगा तथा ऋण वितरण में वृद्धि होगी। बी-पैक्स को भी 10 लाख तक की कैश क्रेडिट लिमिट दी जाएगी, जिससे किसानों को बी-पैक्स के माध्यम से खाद, बीज की उपलब्धता सुलभ होगी। अभियान की सफलता दर्शाती है कि सहकारी क्षेत्र में आमजन का विश्वास बढ़ा है तथा प्रदेश सरकार की वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनामी को प्राप्त करने में सहायक होगी।
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सदस्य बनाने में शीर्ष पर रहा शाहजहांपुर
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि महाअभियान के दौरान बी-पैक्स में बने कुल 28.85 लाख सदस्यों में 18.77 लाख लघु एवं सीमांत कृषक (02 हेक्टेयर से कम जोत), 48,570 बड़े कृषक (02 हेक्टेयर से अधिक जोत) के साथ ही 2.01 लाख कुशल श्रमिक, 4.86 लाख अकुशल श्रमिक, 2.62 लाख पशुपालक तथा 7,633 मत्स्यपालकों ने बी-पैक्स की सदस्यता ग्रहण की।
प्रवक्ता ने बताया कि सबसे ज्यादा सदस्यता ग्रहण कराने तथा शेयर कैपिटल एकत्र करने में जनपद शाहजहांपुर प्रथम स्थान पर रहा। शाहजहांपुर में कुल 1,25,022 बी-पैक्स सदस्य बने तथा कुल 3,00,67,023 रुपए की शेयर धनराशि अर्जित हुई। शाहजहांपुर प्रति पैक्स सबसे ज्यादा औसत सदस्य (1087.15) बनाने एवं शेयर कैपिटल (261452.37) संचित करने में भी पहले स्थान पर रहा। यहां लघु एवं सीमांत कृषकों की संख्या 82,255 रही, जबकि बड़े कृषकों की संख्या 1915 रही। 8099 कुशल श्रमिक, 19,881 अकुशल श्रमिक, 1116 मत्स्य पालक, 11,704 पशुपालक सदस्य बने।
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बी-पैक्स से मिलेंगे अनेक लाभ
- बी-पैक्स के माध्यम से नए कृषक सदस्यों को अन्य बैंकों से सस्ती दर पर यानी 03 प्रतिशत ब्याज पर फसली ऋण की सुविधा दी जाएगी तथा फार्म मेकेनाइजेशन के लिए दीर्घकालीन ऋण की सुविधा 05 से 07 वर्ष के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।
- मत्स्य पालक कृषकों को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से एवं पशुपालकों को नंद बाबा दुग्ध मिशन योजना से जोड़ा जाएगा तथा 03 प्रतिशत ब्याज पर केसीसी के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
- अकुशल, कुशल कामगारों को ‘लेबर क्लब’ बनाकर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा तथा रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। इन्हें श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाएगा।
- कृषक उत्पादक समूहों का बी-पैक्स के साथ एमओयू बनाकर निर्यात एवं स्थानीय बाजार का प्लेटफार्म भी उपलब्ध कराने की सुविधा दी जाएगी। इसके अतिरिक्त जन औषधि केंद्र के रूप में सस्ती एवं गुणवत्तापरक जेनेरिक दवाएं कृषकों को उपलब्ध कराई जाएंगी।
- एआईएफ योजना में कृषक उत्पादक समूहों की प्रक्रिया इकाई की स्थापना के लिए सस्ते ऋण की सुविधा जिला सहकारी बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी।
- एफपीओ और पैक्स को ड्रोन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी तथा पीएम स्वनिधि योजना में स्ट्रीट वेंडर को ऋण की सुविधा जिला सहकारी बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी।
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सहकारी स्वयंसेवकों को मिलेगी प्रोत्साहन राशि
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार योगी सरकार बी-पैक्स सदस्यता महा अभियान-2023 में अच्छा कार्य करने वाले सहकारी स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र एवं प्रोत्साहन राशि भी देगी। कम से कम 100 सदस्य बनाने वाले सहकारी स्वयंसेवकों को संतोषजनक प्रमाण पत्र, प्रति पैक्स 280 से 400 सदस्य बनाने वाले सहकारी स्वयंसेवकों को उत्तम प्रमाण पत्र के साथ 5000 रुपए की प्रोत्साहन राशि, प्रति पैक्स 400 से 600 सदस्य बनने वाले सहकारी स्वयंसेवकों को अति उत्तम प्रमाण पत्र एवं 7500 रुपए की प्रोत्साहन राशि तथा प्रति पैक्स 600 से अधिक सदस्य बनाने वाले सहकारी स्वयंसेवकों को उत्कृष्ट प्रमाण पत्र एवं 10000 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार