यूपी के आजमगढ़ में 3 दिन के अंदर दूसरा रिंग बांध टूटा, सैकड़ों घर जलमग्न
घाघरा नदी का रौद्र रूप जारी है, इसके कारण रविवार तड़के बदरहुआ नाले के पास बना टेकनपुर रिंग बांध टूटने से हाहाकार..
- खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है घाघरा नदी, 67 गांव बाढ़ से प्रभावित
आजमगढ़, घाघरा नदी का रौद्र रूप जारी है। इसके कारण रविवार तड़के बदरहुआ नाले के पास बना टेकनपुर रिंग बांध टूटने से हाहाकार मच गया। रिंग बांध को बांधने की ग्रामीणों के साथ ही एनडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं। तीन दिन पहले दाम महुला रिंग बांध टूटा था।
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घाघरा नदी ने 24 साल के अपने पुराने रिकार्ड को तोड़ दिया है। नदी का पानी आज भी खतरे के निशान से करीब डेढ़ मीटर ऊपर है। जिला प्रशासन के आंकड़े के अनुसार कुल 67 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। 24 से अधिक गांवों में पूरी तरह से पानी घुस गया है। करीब दो हजार लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है। नदी के तेज दबाव के चलते दो दिन पहले दाम महुला में बना रिंग बांध टूट गया, जिसके चलते सैकड़ों घर पानी में डूब गये।
अब रविवार तड़के आचानक टेकनपुर रिंग बांध टूट गया। रिंग बाध टूटने की खबर के बाद ग्रामीणों में हाहाकार मच गया। ग्रामीण तड़के से ही रिंग बांध को बांधने की कवायद में जुटे रहे। वहीं, जानकारी के बाद सिंचाई विभाग एवं एनडीआरएफ की टीमों ने मोर्चा संभाला है और रिंग बांध को बांधने की कोशिश जारी है।
रिंग बांध को बांधने की कवायद में जुटे भाजपा नेता एवं ब्लाक प्रमुख पिंटू मिश्रा ने दावा किया कि टेकनपुर रिंग बांध टूटने से करीब सौ गांव प्रभावित होंगे। रिंग बांध को ग्रामीणों एवं एनडीआरएफ की मदद से बांधा जा रहा है। वर्ष 2020 में भी टेकनपुर रिंग बांध टूट गया था। एसडीएम सगड़ी ने दावा किया कि रिंग बांध कटने से आबादी का कोई इलाका प्रभावित नहीं होगा।
केवल कृषि योग्य भूमि ही प्रभावित होगी। उन्होंने रिंग बांध कटने के लिए किसी को दोषी नहीं माना। उनका दावा है कि घाघरा नदी 24 साल के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई है, जिसके कारण रिंग बांध पानी के तेज दवाब के चलते टूटा है।
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