भूमि पूजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए भगवान राम के जीवन से जुड़ी हो रही है पेंटिंग
भूमि पूजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए भगवान राम के जीवन से जुड़ी पेंटिंग तैयार करायी जा रही है...
अयोध्या
रामनगरी के सभी प्रमुख चौराहों और स्थलों पर भगवान राम के जीवन की गाथा राम नगरी में प्रवेश करने वालों को इस पौराणिक स्थल के महत्व का आभास करायेगी। 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन और राम मंदिर के भूमि पूजन से पहले अयोध्या दीयों की रोशनी में जगमग होगी।
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भूमि पूजन के अनुष्ठान को ऐतिहासिक बनाने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। रामनगरी को दुल्हन की तरह सजाने में ट्रस्ट के साथ प्रशासन , नगर निगम , भाजपा लगायी गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग से अयोध्या की ओर जाने वाली सड़क पर रेलवे ओवरब्रिज के खंभों पर की जा रही पेंटिंग देखते ही बनती हैं। ओवर ब्रिज के खंभों पर विभिन्न रंगों के पेंट से खूबसूरत कलाकृतियां बनाई जा रही हैं। मंदिरों के किनारे रेलिंग को भी पेंट किया जा रहा है।
पेंटिंग का कार्य कर रहे सीनियर आर्टिस्ट शिव नारायण सिंह ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर के भूमि पूजन के कार्यक्रम और अयोध्या के महत्व को देखते हुए राम नगरी के प्रवेश द्वार पर पेंटिंग की जा रही है। यह पेंटिंग नगर निगम की ओर से कराई जा रही है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को राम जन्मभूमि के भूमि पूजन का दौरा करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कारसेवक पुरम में बैठक कर अयोध्या के संत महंतों को एक राय करने का भी प्रयास किया और भूमि पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की बात की पुष्टि की। उसके बाद सभी कार्यो ने गति पकड़ लिया हैं।
श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अयोध्या में भव्य स्वागत की तैयारी की जा रही है । रामनगरी के मुख्य मार्गो पर 12 मुख्य तोरणद्वार रविवार से तैयार होना प्रारम्भ हो गये हैं ।आगामी 5 अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भूमि पूजन के अवसर पर कोरोना महामारी के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े देश के 200 की संख्या में प्रमुख संत -महंतों और आंदोलन के मुखिया उपस्थित रहने वाले है ।
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पूजन स्थल पर ट्रस्ट के सभी पदाधिकारियों के साथ सदस्यों की भी मौजूदगी रहेगी । 5 अगस्त को पूरे विश्व में अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण की झलक दिखाई दे, इस योजना को अमली जामा पहनाया जा रहा है। रविवार से सभी कार्यों को युद्ध स्तर पर सजाने संवारने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
नगर में प्रधानमंत्री के प्रथम आगमन के लिए 12 मुख्य द्वार बनाए जा रहे हैं। वहीं अयोध्या के एक दर्जन से अधिक मठ मंदिरों पर रंग-बिरंगी लाइटे से सुसज्जित किया जाएगा। इसके साथ ही 3, 4 व 5 अगस्त को अयोध्या के विभिन्न मंदिरों में भव्य आयोजन की भी तैयारी है। भूमि पूजन के पूरे कार्यक्रम की कमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्भाल लिया है । उनके जाते ही सभी कार्यो ने गति पकड़ लिया है पूरे नगर में साउंड के माध्यम से प्रसारण किया जायेगा जिसकी जिम्मेदारी प्रयागराज की आशा कम्पनी को दिया गया है साउंड और लाइट और प्रवेश द्वार ऊपर तोरण द्वार से सजाया जाएगा। ।
कोरोना के कारण अयोध्या आने से बचें, घर में बैठकर देखें राम मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम: चम्पत राय
श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को प्रस्तावित भूमि पूजन की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए देश-विदेश के रामभक्त अयोध्या जाने के लिए लालायित हैं। इसी बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने सभी रामभक्तों से आग्रह किया है कि कोरोना महामारी के खतरेे को देखते हुए अयोध्या आने का विचार त्याग देना चाहिए। सभी लोग अपने-अपने घरों में ही उत्सव मनाएं और उस दिन शाम को दीपक जलाएं।
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अयोध्या में भूमि पूजन की तैयारियों में जुटे चम्पत राय ने वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि सभी लोग टेलीविजन पर घर बैठे श्रीराम मंदिर भूमि पूजन का कार्यक्रम लाइव देख सकेंगे। दूरदर्शन कार्यक्रम का लाइव प्रसारण करेगा। दूरदर्शन के अलावा अन्य चैनल भी भूमिपूजन के लाइव प्रसारण की तैयारी में हैं।
उन्होंने लोगों से अपील की कि भूमि पूजन के दिन सुबह 11 से 11:30 बजे तक अपने-अपने घरों में सामूहिक बैठकर, पास-पड़ोस के मंदिरों में भगवान का भजन कीर्तन करें, पूजा करें, पुष्पांजलि दें, प्रसाद बांटें और सूर्यास्त के समय दीपक जलाएं। यह एक ऐतिहासिक अवसर है।
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विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय ने कहा कि हिन्दुस्तान बदल रहा है। हिन्दुस्तान अब विदेशी गुलामी के चिह्नों से मुक्ति पाना चाहता है। यह स्वतंत्र भारत की एक ऐतिहासिक घटना है। पांच अगस्त को अयोध्या में भूमि पूजन समारोह के लिए सीमित संख्या में ही लोगों को बुलाया जाएगा।
रामलला के दर्शन अवधि में हुआ बदलाव
श्रीराम जन्मभूमि परिसर स्थित रामलला के दर्शन अवधि में जिला प्रशासन ने बदलाव किया है। दर्शन के प्रथम पाली में एक घंटे का समय बढ़ाया गया। अब प्रथम पाली में सुबह सात बजे से दोपहर दर्शन हो सकेंगे। द्वितीय पाली में दो बजे से शाम छह बजे तक दर्शन होते हैं। पहले प्रथम पाली में 7:00 बजे से 11:00 बजे तक दर्शन होते थे।
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शनिवार व रविवार को लॉकडाउन के दिन केवल स्थानीय लोग ही राम लला का दर्शन करते हैं बाकी के 5 दिन दर्शनार्थियों की भीड़ होती है। अपर जिला मजिस्ट्रेट कानून व्यवस्था जेपी सिंह ने दर्शन अवधि में बदलाव किया है।
"अवधपुरी अति रुचिर बनाई।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 25, 2020
देवन्ह सुमन बृष्टि झरि लाई।।"
संपूर्ण जगत की अलौकिक 'श्री राम मंदिर' की आधारशिला रखे जाने की प्रतीक्षा शीघ्र पूर्ण होने वाली है।
आज धर्मनगरी अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन कर उनसे 'बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम' की सफलता हेतु प्रार्थना की।
जय श्री राम! pic.twitter.com/nyk5hUXHM6
हिन्दुस्थान समाचार