लखनऊ : संगीत नाटक अकादमी में कथक और तबला वादन का रंगारंग समारोह
गोमती नगर स्थित संगीत नाटक अकादमी के संत गाडके प्रेक्षागृह में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में कला...
लखनऊ। गोमती नगर स्थित संगीत नाटक अकादमी के संत गाडके प्रेक्षागृह में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में कला और संस्कृति की अनुपम छटा बिखरी। समारोह का मुख्य आकर्षण जयपुर घराने के विश्वविख्यात कथक गुरु पंडित राजेंद्र कुमार गंगानी का कथक नृत्य और मुंबई से आए यशवंत वैष्णव का एकल तबला वादन रहा।
समारोह की झलकियां
समारोह की अध्यक्षता बिरजू महाराज कथक संस्थान, लखनऊ की अध्यक्ष प्रो. कुमकुम धर ने की।
पं. राजेंद्र गंगानी ने "आराधना भस्म भूषण अंगन शिव" से प्रस्तुति की शुरुआत की। उन्होंने कृष्ण की लीलाओं पर आधारित कवित्त और ताल पक्ष की बंदिशों को अपने अद्भुत नृत्य के माध्यम से जीवंत किया। इसके साथ ही, उन्होंने फतेह सिंह गंगानी के तबला वादन के साथ मनोहारी जुगलबंदी पेश कर दर्शकों का मन मोह लिया।
गुरुकुलम कथक केंद्र की शानदार प्रस्तुति
पं. राजेंद्र गंगानी की शिष्या और बाँदा स्थित गुरुकुलम कथक केंद्र की संचालिका अनुपमा त्रिपाठी ने अपनी शिष्याओं आरती शुक्ला (लखनऊ) और श्वेता के साथ गुरु की पढ़न्त पर आधारित "सरस्वती परन" से प्रस्तुति आरंभ की। ताल पक्ष की बंदिशों और मनमोहक कथक नृत्य ने दर्शकों से भरपूर वाहवाही लूटी।
सम्मानित विभूतियां
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया।
इनमें शामिल रहे:
- प्रो. डॉ. प्रीति, कुलपति, हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, शिमला
- डॉ. प्रभु नारायण दुबे, वाराणसी के प्रसिद्ध शिक्षाविद
- प्रदीप तिवारी, साहित्यकार
- इलमास हुसैन खान, तबला वादक
- शशि लेखा सिंह, लोकगीत गायिका
अन्य विशिष्ट अतिथि और कलाकार
कार्यक्रम में पूर्णिमा पांडे, पं. रविनाथ मिश्र, आकांक्षा श्रीवास्तव, मनिशा मिश्र समेत कई जाने-माने कलाकार उपस्थित रहे, जिन्होंने कला के इस महोत्सव को और भी खास बनाया।
लखनऊ की इस सांस्कृतिक शाम ने दर्शकों को कला की उत्कृष्टता और विविधता से मंत्रमुग्ध कर दिया।