झाँसी : नाबालिग से दुष्कर्म मामले में नया मोड़, दुष्कर्म जैसी कोई घटना नहीं

जनपद के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में बीते रोज हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने आज यू-टर्न ले लिया...

Aug 23, 2024 - 02:16
Aug 23, 2024 - 02:18
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झाँसी : नाबालिग से दुष्कर्म मामले में नया मोड़, दुष्कर्म जैसी कोई घटना नहीं

पीड़िता की बुआ व उसके बेटे ने गढ़ी थी साजिश

प्रेमी नहीं आया तो बुआ के कहने पर उसके विपक्षियों को फंसाया

झांसी। जनपद के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में बीते रोज हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने आज यू-टर्न ले लिया। हुआ यूं कि नाबालिग किशोरी अपने प्रेमी संग वार्ता करने के बाद उसके साथ भाग जाने के लिए घर से निकली थी। जब उसका प्रेमी उससे मिलने नहीं आया तो बुआ के झांसे में आकर उसने उनके विपक्षियों को फंसाने की साजिश रच डाली। इस पूरी घटना का खुलासा सीटीसीवी फुटेज ने चंद घण्टों में कर दिया और सच्चाई सामने आ गयी। इससे दो निर्दोषों का जीवन बर्बाद होने से बच गया। यह भी स्पष्ट हुआ कि दुष्कर्म जैसी कोई घटना हुई ही नहीं थी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस ने गुरुवार देर रात जानकारी देते हुये बताया कि प्रेमनगर थाना क्षेत्र में हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना में दुष्कर्म जैसा कोई मामला हुआ ही नहीं। बल्कि अपने प्रेमी के संग भागने निकली नाबालिग उसके न आने पर अकेले झांसी का ऐतिहासिक दुर्ग घूमकर, मांग में सिंदूर भरकर और पैरों में बिछिया पहनकर अपनी बुआ फूलवती के पास पहुंच गई। उसकी बुआ और बुआ के लड़के मनीष ने उससे गहन पूछताछ की। इस पर नाबालिग टूट गई और उसने अपने प्रेमी संग भाग जाने की योजना और प्रेमी के न आने की पूरी कहानी सुना दी। इसके बाद बुआ और उसके भाई ने करीब 12 घण्टे तक अपने विपक्षियों को फंसाने की पूरी मनगढंत कहानी उसे रटाई और रात में 12 बजे के आसपास 112 नम्बर पर सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तहरीर लेकर मामला दर्ज किया। दोनों आरोपितों को गुरुवार देर रात को ही गिरफ्तार कर लिया गया। जब पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराया गया तो उसमें कोई भी तथ्य सामने नहीं आया। इस पर पुलिस ने पीड़ित के जब बयान लिये तो उसके बयानों में अंतर आ गया। इसी संदेह के आधार पर पुलिस ने तकनीक का उपयोग करते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाले। स्मार्ट सिटी के करीब 40 कैमरों को देखने के बाद यह स्पष्ट हुआ कि उसका अपहरण हुआ ही नहीं था। बल्कि वह स्वेच्छा से एक ऑटो में बैठकर जेल चौराहा होती हुई किले पर पहुंची थी। वहां जब उसका प्रेमी नहीं आया तब उसने खुशीपुरा की दुकान से पायलें खरीदीं, मांग में सिंदूर भरा और वापस वह अपनी बुआ के घर जा पहुंची। इसके बाद पूरा षडय़ंत्र मनीष और सोनू को फंसाने के लिए रचा गया। पुलिस ने दोनों निर्दोष आरोपितों को छोड़ते हुए बुआ और उसके भाई को हिरासत में ले लिया है। एसएसपी ने बताया कि सुसंगत धाराओं में साजिश रचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार 

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